विंटर ओलंपिक 2018 से बाहर हुआ रुस
डोपिंग के कारण लगा प्रतिबंध
मास्को : रुस अगले साल 9 फरवरी से दक्षिण कोरिया में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले पायेगा। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने डोपिंग के कारण रुस को प्रतिबंधित कर दिया है। रूस के वही एथलीट इसमें हिस्सा ले सकते हैं जो ये साबित कर दें कि वो डोपिंग में शामिल नहीं थे पर ऐसे खिलाड़ी रूस का झंडा इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। इससे पहले 2014 में रूस ने विंटर ओलंपिक की मेजबानी की थी और उसी दौरान डोपिंग की शिकायतें आई थीं, जिनकी जांच चल रही थी। आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख और बोर्ड ने जांच रिपोर्ट और सुझावों को पढ़ने के बाद ये फैसला दिया। स्विट्जरलैंड के पूर्व राष्ट्रपति सैमुअल श्मिट के नेतृत्व में इस मामले की 17 महीने तक जांच चली थी। रूसी ओलंपिक समिति को पहले ही निलंबित कर दिया गया था।
आईओसी ने कहा है कि फरवरी में होने वाले खेलों में निर्दोष रूसी खिलाड़ियों को हिस्सा लेने के लिए उन्हें ओलंपिक एथलीट फॉम रशिया (ओएआर) के नाम से आमंत्रित किया जाएगा। रूस के लगातार खंडन के बावजूद जांच में रूस के डोपिंग विरोधी कानूनों को केवल एक दखावा पाया गया है। इससे इस बात को और बल मिला है कि चार साल पहले हुए विंटर ओलंपिक खेलों के रन-अप में हुई धोखाधड़ी में सरकार शामिल थी। बाख ने कहा, ‘ये ओलंपिक गेम्स और खेलों की पवित्रता पर अभूतपूर्व हमला है। इस घटना के बाद एक रेखा खींचना जरूरी है और असरकारी एंटी डोपिंग तंत्र को और मजबूत किए जाने की जरूरत है।’