ज्ञान भंडार
विपक्ष बनता लेखक
लेखकों की पुरस्कार वापसी यानि किसी स्टैंड लेने, विरोध करने का दौर ऐसे समय हो रहा है जब हिंदी जगत में लंबे समय से पस्ती छायी हुई थी, अन्यों के साथ खुद लेखक जो लिख रहे हैं वे भी मानने लगे थे कि लिखने का समाज पर कोई असर नहीं होता वरना चहुंओर पतन में कहीं से तो रोशनी की कोई किरण दिखाई देती।