विश्व एकता के लिए होना चाहिए विज्ञान का उपयोग: स्वतन्त्रदेव सिंह
अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ‘क्वेस्ट-2017’ का भव्य उद्घाटन
लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ”क्वेस्ट-2017“ का भव्य उद्घाटन आज सायं रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि श्री स्वतन्त्र देव सिंह, परिवहन, पॉवर एवं प्रोटोकाल राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), उ.प्र., ने दीप प्रज्जवलित कर क्वेस्ट-2017 का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों की नामी-गिरामी हस्तियों एवं विश्व के 7 देशों से पधारे छात्रों व टीम लीडरों की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार चाँद लगा दिया। सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ”क्वेस्ट-2017“ का आयोजन 3 से 6 अगस्त तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है जिसमें बांग्लादेश, नेपाल, अफगानिस्तान, श्रीलंका, रूस, जार्डन एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से पधारे लगभग 500 बाल वैज्ञानिक जैव प्रौद्योगिकी में अपने ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि स्वतन्त्र देव सिंह, राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), उ.प्र., ने कहा कि विज्ञान का उपयोग आम लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं, रचनात्मक कार्यो एवं विश्व एकता के लिए होना चाहिए। मानव जाति के समक्ष आज अनेक प्रकार की विश्वव्यापी समस्याऐं हैं। इन समस्याओं को हल करने का बहुत बड़ा दायित्व भावी वैज्ञानिकों का हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बेहद प्रसन्नता है कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने एक अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया है जो कि भारत को एक विकसित देश बनाने में नया कदम साबित होगा।
उद्घाटन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में भारतीय लोक गीतों का आलोक बिखरते एवं विश्व एकता व शान्ति का सन्देश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। छात्रों ने इस अवसर पर एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया। विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैज्ञानिक व शान्ति पूर्ण ढंग से समाधान भी सुझाए। इस अवसर पर विभिन्न देशों से पधारी छात्र टीमों का विधिवत परिचय कराया गया। इससे पहले अपरान्हः सत्र में क्वेस्ट-2017 के प्रतिभागी छात्रों ने एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से मुलाकात की और दिल खोलकर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए नालन्दा कालेज, श्रीलंका से पधारे छात्रों ने कहा कि वे भारत आकर बेहद प्रसन्न हैं और इस महोत्सव से बहुत कुछ सीखना चाहते हैं। बुद्धानीलकंठ स्कूल, नेपाल के छात्रों ने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी हमें प्रकृति के और समीप ले जाती है। हमें अत्यन्त प्रसन्नता है कि भारत में हरित क्रान्ति के बाद अब जीन क्रान्ति हो रही है। खान-ए-नूर एजूकेशनल नेटवर्क, अफगानिस्तान से पधारे छात्रों ने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी की शिक्षा मनुष्य के जीवन में क्रान्ति लायेगी व विश्व एकता का मार्ग प्रशस्त करेगी। बीरश्रेष्ठ नूर मोहम्मद पब्लिक कालेज, ढाका, बांग्लादेश से पधारे छात्रों का कहना था कि बायोटेक्नोलॉजी कई घातक बीमारियां जैसे एच.आई.वी. एड्स, कैन्सर इत्यादि को इलाज में भी काफी मददगार है। इसी प्रकार देश-विदेश्ेा से पधारे अन्य प्रतिभागी छात्रों का कहना था कि हम संसार के सभी वैज्ञानिकों से अपील करते हैं कि वह विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिए करने का संकल्प लें।
‘क्वेस्ट-2017’ की संयोजिका व सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या दीपा तिवारी ने बताया कि क्वेस्ट-2017 में देश-विदेश की 70 से अधिक छात्र टीमें प्रतिभाग कर रही है। इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में बायोटेक्नोलॉजी पर आधारित कई दिलचस्प प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिनमें कॉन्फैबुलेशन (वाद-विवाद), कॉन्सेप्शन (क्रिएटिव राइटिंग), वोल्ट-फेस (टर्न-कोट), मैनीफेस्टेशन (पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन), पोर्टयाल (माइम), डूडलिंग (पेन्सिल स्केचिंग), एलुसिडेशन (मूवी मेकिंग), एस्ट्रोफा (जिंगल), नोएसिस (क्विज) एवं जस्ट-ए-मिनट आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा, देश-विदेश के कई प्रख्यात वैज्ञानिक भी पधार रहे हैं जो सारगर्भित उद्बोधन छात्रों का ज्ञानवर्धन व मार्गदर्शन करेंगे। इन प्रख्यात हस्तियों में डा. नित्या आनंद, पूर्व डायरेक्टर, सी.डी.आर.आई., प्रो. सी.एल. खेेत्रपाल, पूर्व वाइस चांसलर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, डा. वेद प्रकाश कम्बोज, पूर्व डायरेक्टर, नेशनल साइन्स एकेडमी ऑफ इण्डिया, प्रो. पी. के. सेठ, पूर्व सी.ई.ओ., बायोटेक पार्क, लखनऊ, प्रो. आलोक धवन, डायरेक्टर, सी.एस.आई.आर., सुश्री क्योको होसिनो, जापान आदि प्रमुख हैं। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि क्वेस्ट-2017 एक ऐसा अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव है जिसमें देश-विदेश के बाल वैज्ञानिक न केवल स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से अपने ज्ञान का विस्तार करते हैं अपितु यह विश्व मंच छात्रों को किताबी ज्ञान से ऊपर उठाकर आध्यात्मिक उन्नति व मानवजाति के कल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि क्वेस्ट-2017 में प्रतियोगिताओं का दौर कल 4 अगस्त, शुक्रवार को प्रातः 9.40 बजे से प्रारम्भ हो जायेगा। कल होने वाली प्रतियोगिताओं में वाद विवाद, मूवी मेकिंग, जस्ट-ए-मिनट, पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन एवं क्रिएटिव राइटिंग आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा, प्रातःकालीन सत्र में विशिष्ट हस्तियों के सारगर्भित अभिभाषण होंगे।