उत्तर प्रदेश

विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य पर चर्चा करेंगे 61 देशों के मुख्य न्यायाधीश

विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन सीएमएस में 10 नवम्बर से

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 18वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 10 से 14 नवम्बर 2017 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु 10 देशों के प्रधानमंत्री, उप-राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति, गवर्नर-जनरल, संसद के अध्यक्ष समेत 61 देशों से 200 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद् व शान्ति प्रचारक लखनऊ पधार रहे हैं, जो विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित व सुखद भविष्य का अलख जगायेंगे। यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् व अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गांधी ने पत्रकारों को दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। लखनऊ की सरजमीं पर विगत 17 वर्षों से लगातार आयोजित किये जा रहे इस ऐतिहासिक सम्मेलन के माध्यम से सिटी मोन्टेसरी स्कूल पूरे विश्व में एकता, शान्ति, न्याय व बच्चों के अधिकारों की अलख जगा रहा है एवं इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 18वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है।

प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गांधी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पधारने वाली प्रख्यात हस्तियों में गुयाना के उप-राष्ट्रपति माननीय खेमराज रामजतन, लेसोथो के प्रधानमंत्री डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, तुवालु के गर्वनर-जनरल (राष्ट्र प्रमुख) इकोबा टी. इटालेली, क्रोएशिया के पूर्व राष्ट्रपति स्टेपन मेसिक, मॉरीशस पार्लियामेन्ट की अध्यक्षा शान्तीबाई हनुमानजी, घाना पार्लियामेन्ट के अध्यक्ष प्रो. ऐरोन मिशैल ओक्याये, श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री महीपाला हेराथ, एन्टीगुआ एवं बरबूडा के शिक्षामंत्री मिशैल एस. ब्राउन, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैण्ड के न्यायाधीश न्यायमूर्ति इबे उसीजी एवं न्यायमूर्ति एन्टोनी केसिया-एमबी मिन्डुआ आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा, इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु 61 देशों से 200 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद् एवं शान्ति संगठनों के प्रतिनिधि लखनऊ पधार रहे हैं। सम्मेलन के प्रतिभागी देशों में अफगानिस्तान, अंगोला, एन्टीगुआ एवं बरबूडा, अर्जेन्टीना, आर्मीनिया, बहमास, बेनिन, भूटान, बोलिविया, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, कम्बोडिया, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, इथियोपिया, फिजी, घाना, गुयाना, होण्डूरस, ईरान, जमैका, किर्गिज रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, मैसीडोनिया, मेडागास्कर, मलावी, मॉरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैण्ड, नाईजीरिया, पराग्वे, पेरू, फिलीपीन्स, सोमालिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, साउथ सूडान, श्रीलंका, सूडान, सूरीनाम, स्वाजीलैण्ड, तंजानिया, ताईवान, छाड़, थाईलैण्ड, टोगो, ट्यूनीशिया, तवालू, युगाण्डा, यूक्रेन, अमेरिका, ज़ांज़ीबार, जिम्बाब्वे एवं भारत प्रमुख हैं।

इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए डा. गांधी ने कहा कि विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 8 नवम्बर को दिल्ली से आगरा के लिए प्रस्थान करेंगे और वहाँ पर ताजमहल समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतों को दीदार करेंगे। इसके साथ ही, 8 नवम्बर को इन प्रख्यात हस्तियों के सम्मान में राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा, बहाई द्वारा सायंकालीन भोज का आयोजन दिल्ली स्थित बहाई हाउस (लोटस टेम्पल) में किया गया है। 9 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे ये सभी नामचीन हस्तियाँ नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि ‘राजघाट’ जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं इसके उपरान्त अपरान्हः 12.30 बजे से होटल ली-मेरीडियन में सम्मेलन का प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। 10 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ नई दिल्ली से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे एवं प्रातः 9.15 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर पधारेंगे, जहाँ इन प्रख्यात हस्तियों का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा। डा. गांधी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के ‘स्वागत समारोह’ से होगा जो कि 10 नवम्बर को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड परिसर में बड़ी भव्यता से आयोजित किया जायेगा। इससे पहले, ये सभी न्यायविद् व कानूनविद् अपरान्हः 1.15 बजे पत्रकारों से भी रूबरू होंगे। 11 नवम्बर को प्रातः 9.00 बजे इस ऐतिहासिक सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन होगा एवं इसके उपरान्त 12 एवं 13 नवम्बर को विभिन्न पैरालल सेशन्स आयोजित किये जायेंगे, जिसमें देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियां अपने सारगर्भित विचारों से जीवन मूल्यों, एकता, शान्ति, न्याय, ज्ञान व मानव अधिकारों की रक्षा पर आधारित एक नई विश्व व्यवस्था का अलख जगायेंगे। इसके अलावा, 11 नवम्बर को प्रातः 8.00 बजे विभिन्न देशों से पधारे न्यायविद्, कानूनविद् व राष्ट्र प्रमुख सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों के ‘विश्व एकता मार्च’ में शामिल होकर ‘विश्व एकता व विश्व शान्ति’ का उद्घोष करेंगे।

 

Related Articles

Back to top button