विश्वनाथ मंदिर को तिरुपति और शिरडी की तर्ज पर किया जाएगा विकसित
लखनऊ: वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर की आमदनी बढाने और दर्शनार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम और शिरडी साईं बाबा ट्रस्ट की प्रबन्धन प्रणाली का अध्ययन करायेगी। प्रदेश के धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार विजय कुमार मिश्र ने बताया ‘‘काशी विश्वनाथ मंदिर में बडी संख्या में आने वाले दर्शनार्थियों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये मंदिर प्रशासन के जिम्मेदार लोग तिरुपति बालाजी और शिरडी स्थित साईं बाबा मंदिर जाकर उनकी प्रबन्धन प्रणाली का अध्ययन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि चूंकि तिरुपति और शिरडी साईं मंदिर देश के सबसे धनी मंदिर ट्रस्ट हैं। इन मंदिरों में आभूषणों और नकदी समेत दान की धनराशि सैकडों करोड रुपये होती है। काशी विश्वनाथ मंदिर द्वारा कराये जाने वाले अध्ययन में तिरुपति और शिरडी में मौजूद सुविधाओं पर भी गहराई से विचार किया जाएगा।
मिश्र ने कहा ‘‘मैं खुद भी जायजा लेने के लिये इन मंदिरों के भ्रमण की योजना बना रहा हूं। जब हमें अपने अधिकारी की रिपोर्ट मिल जाएगी तो मैं भी तिरुपति और शिरडी साईं बाबा मंदिर की कार्यप्रणाली को समझने के लिये वहां जाउंगा।’’ मालूम हो कि तिरुपति और शिरडी साईं मंदिर के मुकाबले काशी विश्वनाथ मंदिर में हर साल दान दी जाने वाली धनराशि मात्र चार से पांच करोड रुपये ही है।