विस्फोटक की गलत सूचना देने के लिए योगी जनता से मांफी मांगें : दीपक सिंह
– झूठी रिपोर्ट देने वाले प्रयोगशाला के निदेशक को तुरंत निलम्बित किया जाए
लखनऊ। विधान परिषद में कांग्रेस के सदस्य दीपक सिंह ने मांग की है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी को प्रदेश की 22 करोड़ जनता को सुरक्षा के नाम पर भय पैदा करने वाले बयान के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 13जुलाई को सदन में बयान दिया था कि विधानसभा के अंदर जो विस्फोटक मिला है उससे पूरा विधानमंडल उड़ सकता था। श्री सिंह ने कहा कि उनके ऐसे बचकाने और गुमराह करने वाले बयान से प्रदेश की जनता में ऐसा असुरक्षा का माहौल बना है । कांग्रेस विधान परिषद सदस्य ने डीजीपी के उस पत्र पर कार्यवाही की मांग की है जिसमें उन्होनं विधानसभा के अन्दर मिले पाउडर की स्टेट फोरेंसिक लैब के डायरेक्टर की झूठी रिपोर्ट के आधार पर सस्पेण्ड करने की सिफारिश की है।
श्री सिंह ने कहा कि इस प्रकरण में जितना उक्त संस्थान के डायरेक्टर दोषी हैं, उतना ही इस प्रदेश के मुख्यमंत्री भी दोषी हैं, जिन्होने बिना गंभीर परीक्षण कराये विस्फोटक कथित पी.ई.टी.एन. बताकर सदन में सनसनी फैला दी तथा विधानभवन के जारी सभी पास निरस्त कर दिया एवं पूर्व विधायकों का प्रवेश निरस्त कर दिया। जिस जनता के बल पर भाजपा चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीत कर आयी थी आज उसी जनता को रोकने के लिए और सरकार के गलत कार्यों की गोपनीयता छिपाने के लिए भारी संख्या में लगभग 80प्रतिशत पत्रकारों और पूर्व विधायकों को रोकने के लिए सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया। उन्होंने कहा कि भयमुक्त समाज का नारा देकर सत्ता में आयी भारतीय जनता पार्टी ने बिना पूर्ण जानकारी और तथ्यों को समझे प्रदेश की 22 करोड़ जनता को परेशानी में डाल दिया है क्योंकि प्रदेश की जनता अपने नुमाइंदों की सुरक्षा को लेकर परेशान हो गयी है। श्री सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि विधानसभा के जो लगभग बारह सौ पूर्व विधायकों के प्रवेश पास निरस्त किये गए हैं, इसके बाद लेाकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया के प्रतिनिधियों से बदसलूकी गयी है और मीडिया के दफ्तरों में तोड़फोड़ हुई है उसके लिए गलती मानते हुए क्षमा मांगें।