वृश्चिक राशि वालों के लिए समृद्धशाली साल रहेगा 2020
ज्योतिष : शास्त्र के अनुसार बारहों राशियों में वृश्चिक ज्योतिष के राशि चक्र की आठवीं राशि है। इस राशि का स्वामी मंगल है। इसका स्वरूप बिच्छू जैसा है। इस राशि के लोग एलर्जी से अक्सर परेशान रहते हैं। विशेषकर जब चंद्रमा कमजोर होने पर ऐसी स्थिति बनती है। वृश्चिक राशि वालों में दूसरों को आकर्षित करने की अच्छी क्षमता होती है। इस राशि के लोग बहादुर, भावुक होने के साथ-साथ कामुक भी होते हैं। वृश्चिक राशिफल के लिए 2020 जातक के लिये सुख-समृद्धि में वृद्धि के योग बना रहा है। कार्यक्षेत्र में भी आपको सफलता मिलने के प्रबल आसार नज़र आ रहे हैं। वृश्चिक राशि वालों के लिये 2020 के अनुसार धन भाव में पंचग्रही योग का होना आपके व्यक्तित्व विकास के संकेत कर रहा है। भाग्य स्थान में चंद्रमा भाग्य को उन्नति की ओर अग्रसर कर रहे हैं। चंद्रमा पर मंगल की दृष्टि भी पड़ रही है जिससे चंद्र मंगल योग बन रहा है। यह आपकी मनोकामानाओं के पूर्ण होने में आपकी सहायता कर सकते हैं। हालांकि शनि की दृष्टि भी चंद्रमा पर पड़ रही है जिससे आप में धैर्य की कमी आ सकती है। इससे बचने का प्रयास करें। वर्ष की शुरुआत में राहु भी अष्टम भाव में विराजमान है, जिससे जातक के लिये इस वर्ष स्थान परिवर्तन के योग बनते रहेंगे। पुराने घर का नवीनीकरण भी इस साल करवाया जा सकता है। अपनी हेल्थ पर थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। केतु भी धनु राशि में और धन के स्थान में विराजमान रहेंगे। धन के क्षेत्र के लिये समय अच्छा रहेगा। विशेषकर कर्ज या लोन लेने की जरूरत पड़ती है तो सफलता मिल सकती है। वर्ष की शुरुआत में 24 जनवरी को शनि का परिवर्तन हो रहा है जो कि जातक की राशि से सुख भाव के मालिक होकर पराक्रम में स्वराशिगत गोचर कर रहे हैं। यह आपके पराक्रम की उन्नति के लिये इसमें वृद्धि के योग बनाते हैं। परन्तु यह स्थान छोटे भाई का स्थान भी है इसलिये छोटे भाई-बहनों के भविष्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं। 30 मार्च को गुरु राशि परिवर्तन कर शनि के साथ मकर राशि में होंगे। गुरु आपकी राशि से पंचम व धन भाव के स्वामी हैं। शनि के साथ विराजमान होने से यह आपकी राशि से पराक्रम स्थान में नीचभंग राजयोग बना रहे हैं। 11 मई 2020 को शनि का वक्री होना जातक के लिये थोड़ा परेशानी का कारण बन सकता है। भाग्य पर दृष्टि होने से अचानक से आपके कार्यों में रुकावट भी आ सकती है। मंगल की तीसरी दृष्टि आपके मान-सम्मान, एजूकेशन व संतान के स्थान पर पड़ने से नकारात्मक परिणाम भी आपको मिल सकते हैं। 14 मई को गुरु मकर राशि में वक्री हो रहे हैं जिसके होने से आपको मिलेजुले परिणाम प्राप्त होंगे क्योंकि इस समय पर शुभ ग्रह बृहस्पति तथा क्रूर ग्रह शनि वक्री चल रहे होंगे। इसी कारण आपको कभी-कभी कार्यों में बहुत तेजी तो कभी-कभी अचानक से बने बनाए कार्य भी बिगड़ते हुए दिखाई दे सकते हैं। 30 जून को गुरु वापस धनु राशि में चले जाएंगे जिसके पश्चात पिछले रुके हुए कार्य, धन के लेनदेन संबंधी प्रक्रियाएं आगे बढ़ेंगी।
13 सितम्बर को गुरु स्वराशि धनु में मार्गी हो जाएगा जिसके बाद आपके लिये धन के योग बनने शुरु होंगे। शिक्षा के लिये भी शुभ समय शुरु होगा। रोग घर पर भी दृष्टि होगी जिससे रोगों से लड़ने में भी आपको आसानी होगी व सेहत में लाभ मिलेगा। शत्रु भी आपसे प्रभावित हो सकते हैं। 23 सितम्बर को राहु आपकी राशि से सप्तम भाव में आ जाएंगे, जिसके यहां आने से दाम्पत्य जीवन में कड़ावहट आ सकती है। तथा जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं। विशेषकर जिन लोगों का नया-नया रिश्ता इस समय जुड़ा है उन्हें ज्यादा संघर्ष करना पड़ सकता है। पारिवारिक विवाद भी उत्पन्न हो सकते हैं। इसी समय पर केतु भी आपकी राशि में प्रवेश कर रहे हैं जिससे आपका आत्मबल अत्यधिक बढ़ सकता है। ज्यादा आत्मविश्वास भी परेशानी खड़ी कर सकता है। धैर्य से कार्य करें आपको सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। क्योंकि शनि मंगल की राशि में हैं और केतु का फल अधिकांश मंगल के जैसे ही होता है। 29 सितम्बर को शनि के मार्गी होने पर रुके हुए काम बनने लगेंगे। छोटे भाई बहनों से भी कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। छोटी—छोटी मगर सफलतादायक यात्राएं भी हो सकती हैं। 20 नवम्बर 2020 को गुरु पुन: मकर राशि में आ जाएंगे, जिससे पुन: आपके कार्यों आपके पराक्रम में उन्नति होगी। भाग्य आपका साथ देने लगेगा। तथा अपने दिमाग का पूरा इस्तेमाल करने से आपको मान-सम्मान भी प्राप्त होगा। वृश्चिक राशि वालों के लिये वार्षिक राशिफल 2020 के अनुसार यह वर्ष आपके लिये सफलता व समृद्धि देने वाला कहा जा सकता है।