वेनेजुएला के पूर्व शीर्ष खुफिया अधिकारी पर लगा प्रतिबंध हटा
वाशिंगटन : अमेरिका ने वेनेजुएला के मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ बगावत कर विपक्षी नेता जुआन गुआइदो के समर्थन में आने वाले खुफिया सेवा विभाग के पूर्व प्रमुख जनरल मैनुअल क्रिस्टोफर फिगुएरा पर लगे सभी प्रतिबंध हटाने की घोषणा की है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने मंगलवार को विदेश मंत्रालय में आयोजित वाशिंगटन कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। पेंस ने कहा, लोकतंत्र और कानून के शासन का समर्थन करने के लिए उनकी हाल की कार्रवाइयों को मान्यता देते हुए, मैं आज घोषणा कर रहा हूं कि अमेरिका तत्काल प्रभाव से जनरल मैनुअल क्रिस्टोफर फिगुएरा पर लगे सभी प्रतिबंधों को हटा रहा है। विपक्षी नेता गुआइदो ने गत सप्ताह काराकस के ला कारलोटा सैन्य अड्डे से एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए वेनेजुएला की सेना और लोगों से सड़कों पर उतर कर मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया था। वेनेजुएला में मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए अमेरिका ने उस पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाने के अलावा कहा है कि वह सैन्य विकल्प पर विचार कर रहा है। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो ने 23 जनवरी को इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने के साथ ही स्वयं को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था। अमेरिका के अलावा अब तक कनाडा, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू समेत 54 देशों ने विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि वेनेजुएला में हजारों लोग मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व गुआइदो कर रहे हैं। जनवरी की शुरुआत में मादुरो ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली थी। हाल में संपन्न हुए चुनावों में उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे। मादुरो के नेतृत्व में कई वर्षों से वेनेजुएला गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बढ़ती कीमतों के अलावा खाने-पीने और दवाईयों की कमी के कारण लाखों लोगों ने वेनेजुएला से पलायन भी किया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक वेनेजुएला के 27 लाख लोगों ने लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में शरण ली हुई है। मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो ने गुआइदो पर अमेरिका की मदद से उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। मादुरो को चीन तथा रूस खुल कर अपना समर्थन दे रहे हैं।