नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों ने मंगल अभियान की सफलता के लिए जिस तरह तिरुपति मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान किया उसकी निंदा करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों को इस प्रकार की ‘अंधविश्वासी’ गतिविधियों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएसएलवी-सी 25 की सफलता भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सभी वैज्ञानिकों के प्रयासों के कारण हुई है न कि मंदिर में पूजा करने के कारण। एक पत्रकार वार्ता में अग्निवेश ने कहा कि पीएसएलवी-सी25 के सफल प्रक्षेपण के लिए श्रेय लेने की जगह वैज्ञानिक आखिर इस बात को हवा देने में क्यों जुटे हैं कि हर सफलता के लिए धार्मिक अनुष्ठान जरूरी होता है। उन्होंने कहा ‘भारत की अमानवीय गरीबी के पीछे अंधविश्वासी जनता है जो हर चीज के पीछे की सभी वास्तविकताओं से वाकिफ होते हुए भी अंधविश्वासी गतिविधि से खुद को अलग नहीं रख पा रही है।’ उन्होंने कहा ‘राष्ट्रीय परंपरा और संस्कृति के नाम पर अंधविश्वास भरे काम को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। विक्रम साराभाई, सतीश धवन और इसरो के कई वैज्ञानिक निदेशक इस तरह की गतिविधि में कभी शामिल नहीं रहे। इसलिए इसे इसरो की परंपरा कहना न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है बल्कि खुल्लमखुल्ला भ्रमित किया जाना भी है।’’