व्यक्ति विशेष के अनुरोध पर नहीं हुई डौंडियाखेड़ा में खुदाई : एएसआई
लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। उन्नाव जिले के डौंडियाखेड़ा में सोने के खजाने के लिए कराई गई खुदाई पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का कहना है कि प्राचीन स्थलों की खुदाई करना उसका नियमित कार्य है और डौंडियाखेड़ा की खुदाई का निर्णय किसी व्यक्ति-विशेष के अनुरोध पर नहीं लिया गया था। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर को दी गई सूचना में बताया गया है किउत्खनन निदेशक डॉ. सैयद जमाल हसन द्वारा लखनऊ मंडल के पुरातत्व अधीक्षक को भेजे गए पत्र (1० अक्टूबर) के अनुसार यह कार्य किया गया। एएसआई ने कहा है कि 18 अक्टूबर को शुरू हुआ यह कार्य 19 नवंबर को समाप्त हुआ जिसके लिए कुल चार लाख रुपये अन्य व्यय (गैर योजना) मद से स्वीकृत किए गए। इसमें से 2.78 लाख रुपये खर्च हुए। यहां राजा राव रामबक्श के किले के दक्षिण-पूर्वी भाग में 4.25 गुणा 4.25 मीटर एवं 4.25 गुणा 2.12 मीटर की दो खंतियों से क्रमश: 5.93 मीटर एवं 6.1० मीटर अधिकतम गहराई तक खुदाई की गई।