अद्धयात्म

शरद पूर्णिमा की रात करे इन मन्त्रों का जाप, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा

इस साल शरद पूर्णिमा 24 अक्टूबर को है। शरद पूर्णिमा से ही शरद ऋतु यानि सर्दियों की शुरुआत मानी जाती है। कहा जाता है इस दिन चंद्रमा सोलह संपूर्ण कलाओं से युक्त होकर अमृत बरसाता है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा करके व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि यह दिन इतना शुभ और सकारात्मक होता है कि छोटे से उपाय से बड़ी-बड़ी समस्याएं टल जाती हैं। पौराणिक मान्याओं के मुताबिक मां लक्ष्मी का जन्म इसी दिन हुआ था। इस वजह से धन प्राप्ति के लिए यह दिन सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी और सोलह चंद्रमा की पूजा करने से अलग-अलग वरदान मिलते हैं। इस दिन चांद बेहद खूबसूरत लगता है। यह चंद्र ना सिर्फ सेहत के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी विशेष पूजनीय है। इस दिन इन्हें खुश करने के लिए भी कई उपाय किए जाते हैं। कुंडली में चंद्र की स्थिति मजबूत करनी हो या अपने मन को स्थिर बनाना हो इनकी पूजा करें। यह चंद्र मंत्र मन की शांति और शीतलता के साथ अपार धन, धान्य, संपत्ति देते हैं। इस शरद पूर्णिमा की रात इन मंत्रों को जाप करने से चंद्र देव की विशेष कृपा मिलती है।
चंद्र देव को खुश करने के लिए इन मंत्रों का करें जाप:-
ॐ चं चंद्रमस्यै नम:
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम ।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
ॐ श्रां श्रीं
कुबेर को धन का राजा कहा जाता है। इ्स लोक की समस्त धन संपदा का स्वामी एकमात्र उन्हें ही बनाया गया है। अगर शरद पूर्णिमा की रात इस मंत्र का जाप करते हैं तो कुबेर प्रसन्न हो जाएंगे।
धन प्राप्ति के लिए इन मंत्रों का करें जाप:-
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये।
धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय दापय स्वाहा।।

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