शादीशुदा लाइफ के ये खतरनाक सच जरूर जानें!
हाल ही किए गए शोध में यह सामने आया है कि महिलाएं शादीशुदा जीवन में तनाव से ज्यादा दुखी और तनावग्रस्त होती हैं। पुरुषों में ऐसा कम ही देखने में आया। शोधकर्ताओं ने बताया कि दोनों की भावनात्मक प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है। सामने आया कि पुरुष वैवाहिक जीवन के बारे में बहुत ज्यादा बात नहीं करना चाहते और न ही वे इस बारे में सोचने में ज्यादा वक्त खर्च करते हैं।
पुरुष अपनी भावनाओं को ज्यादा व्यक्त नहीं करते, लेकिन महिलाएं अपने दुख और चिंता को व्यक्त करना चाहती हैं। औसतन 39 साल का वैवाहिक जीवन बिता चुके 722 जोड़ों पर यह अध्ययन किया गया। स्टडी में शादीशुदा जीवन के अनुभव और साथी के व्यवहार ने उन्हें किस प्रकार प्रभावित किया, इस पर गौर किया गया।
अपने साथी से समर्थन मिलने पर महिलाओं ने खुशी जताई और वो संतुष्ट दिखी। पुरुषों ने अपने वैवाहिक जीवन को ज्यादा बेहतर बताया और माना कि समर्थन लेने और देने दोनों ही स्थितियों में उन्हें तनाव महसूस होता है।
शोध जर्नल ऑफ जेरंटोलॉजी में प्रकाशित हुआ। हो सकते हैं अवसाद के शिकार यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कसिन मेडिसन के शोधकर्ताओं के अनुसार वे लोग जिनका वैवाहिक जीवन तनाव से भरा होता है, वे जिंदगी में सकारात्मक बातों का अनुभव नहीं कर पाते हैं। इससे अवसाद भी हो सकता है।
कर रहे हैं आत्महत्या राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने शादीशुदा लोगों के जीवन के संबंधित एक नई रिपोर्ट जारी की, जिसमें सामने आया कि देश में शादीशुदा लोगों में आत्महत्या की प्रवृत्ति में इजाफा हुआ हुआ है।
जबकि गैरशादीशुदा लोगों में यह प्रवृत्ति कम देखी गई। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 में आत्महत्या करने वालों में 65.9 फीसद विवाहित थे, जबकि 21.1 प्रतिशत ऐसे थे जो शादी के बंधन में नहीं बंधे थे। खुदकुशी करने वालों में 1.4 प्रतिशत लोग या तो तलाकशुदा थे या किसी वजह से अपने जीवनसाथी से अलग रह रहे थे।