शानो-शौकत और खूबसूरती देखना है तो जाएं रसअल-खैमा
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- यदि आपको मिड ईस्ट एशिया घूमने का शौक है तो रसअल-खैमा की सैर जरूर करें। यहां की शानशौकत और खूबसूरती देखने के लिए ही दुनियाभर से लोग यहां आते हैं। यहां पर ऊंची बिल्डिंग हैं और चारों तरफ खुली जगह हैं। रसअल-खैमा एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है, जो चारों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है। इसे ‘ब्लू ओशन’ का भी नाम दिया गया है। यहां शारजहां और दुबई दोनों जगहों से जाया जा सकता है। यह लोगों के लिए सपनों के शहर जैसा ही है। पूरी तरह से सजे हुए इस शहर में आपको हर जगह एक जैसे ही घर देखने को मिलेंगे। जिनकी डेकोरेशन के लिए ब्लैक और यलो कलर्स का यूज ज्यादा किया गया है। भारत में चंडीगढ़ जाएं, तो ऐसा नजारा देखने को मिल जाएगा, क्योंकि वहां भी किसी रास्ते पर जाने से एक जैसे घर आपको सहज ही दिखाई देंगे।
जुल्फर के नाम से मशहूर था खैमा
इस शहर को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यहां कई शेखों ने शासन किया होगा। पहले इसे जुल्फर नाम से जाना जाता था। बाद में वहां के लोग, जिन्हें जुल्फर ही कहा जाता था, समु्रद्री रास्ते से कहीं और जा बसे। 18वीं शताब्दी में कासिम ने रस अल खैमा की स्थापना की। यहां के लोग आमतौर पर हिंदी, अंग्रेजी, मलयाली, फारसी, अरेबिक, बंगला , उर्दू और तमिल भाषा का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
यह है खासियत-
1- दुबई से केवल 87 किमी की दूरी पर स्थित है।
2- दुबई से यहां बस से पहुंचने में 45 मिनट का समय लगता है।
3- वहां की बसें 120 किमी की रफ्तार से चलती हैं।
4- 60 के दशक में यहां की जमीन में तेल की खोज की गई थी, तभी से यहां की जमीन को अदब देने के लिए कोई यहां जमीन पर थूकता नहीं है।
5- यहां रेस्तरां में खाना खाने के बाद पानी पैसों में मिलता है।
शॉपिंग मॉल्स की भरमार
यहां कई शॉपिंग मॉल्स है। जिनमें मनार मॉल, लुलु सेटर, सफीर मॉल, अल मनामा मार्केट, अल हमरा मॉल फेमस हैं। खजूर यहां बहुत फेमस हैं। यहां तक की खजूर के पेड़ सड़क के दोनों तरफ देखे जा सकते हैं। यहां नेशनल म्यूजियम, शामल और शीबी पैलेस देखने लायक हैं।
कैसे जाएं
रसअल-खैमा की सैर करने के लिए आपको दिल्ली से दुबई की फ्लाइट में जाना होगा। दुबई से यह केवल 87 किमी की दूरी पर स्थित है। जिसे आप कार की सहायता से तय कर सकते है।