उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व सीएम दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या के मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में ही पुलिस ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि रोहित ने अपनी मौत से करीब 7 महीने पहले ही ये कहा था कि उसकी पत्नी उसे बर्बाद कर देगी, उसका सब कुछ ले लेगी। आखिर ऐसी कौन सी वजह थी जो रोहित ने ये बातें कही होंगी पढ़ें क्या है पूरी कहानी और रोहित ने कौन से इल्जाम अपूर्वा पर लगाए थे….
खबर के अनुसार पिछले साल सितंबर में रोहित की बाईपास सर्जरी हुई थी। मैक्स अस्पताल में सर्जरी के कुछ घंटों बाद रोहित ने अपने फोन में एक वीडियो रिकॉर्ड कर अपनी बीवी अपूर्वा से जान का खतरा बताया था। उस वीडियो में रोहित ने कहा था, ‘उसने मुझे बर्बाद करने की धमकी दी है और मेरे पास जो कुछ भी है वो उसे छीन लेगी। मेरी पत्नी अपूर्वा शुक्ला मुझे ब्लैकमेल कर रही है और मेरी संपत्ति हथियाने के लिए मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। अगर भविष्य में मुझे कुछ हो जाता है तो इस वीडियो को मेरा मृत्युकालिक कथन(डाइंग डिक्लेरेशन) माना जाए।’
रोहित शेखर ने ये यह वीडियो पिछले सितंबर में इसलिए बनाया था क्योंकि जब वह सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था तो अपूर्वा ने कई परेशानियां खड़ी की थीं। इस वीडियो के ठीक 7 महीने बाद रोहित को अपने घर में मरा पाया गया। यह वीडियो एक पेन ड्राइव में सेव था जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था और अब पुलिस की चार्जशीट में एक अहम सबूत के तौर पर दर्ज है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अपूर्वा ने पिछले साल सितंबर में पति रोहित को अस्पताल में बहुत बेइज्जत किया था और उसे गालियां देने के बाद धमका कर छोड़ा था। अपूर्वा ने रोहित से कहा था, ‘मैं तुम्हे देख लूंगी।’ पुलिसवालों ने जांच के दौरान 18 सितंबर को रिकॉर्ड किया एक और वीडियो जब्त किया है, जिसमें अपूर्वा अपने दुर्व्यवहार के लिए रोहित से माफी मांगती दिख रही है।
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि अपूर्वा और रोहित का विवाह असफल था और ये बात हर गवाह ने कही है। अपूर्वा ने रोहित से शादी अपना राजनीतिक करियर बनाने और अपने ससुर दिवंगत एनडी तिवारी की जायदाद हथियाने के लिए की थी। हालांकि शादी के बाद ये दोनों ही चीजें उसे नहीं मिलीं और यही वजह थी कि वह अवसाद में थी।
पुलिस का दावा है कि रोहित के बड़े भाई सिद्धार्थ ने पहले ही ये बता दिया था कि वह अपने हिस्से की जायदाद परिवार की ही एक महिला मित्र के बेटे के नाम कर देगा। चार्जशीट में लिखा है कि, रोहित ने भी ऐसी इच्छा समय-समय पर जताई थी जो अपूर्वा के गुस्से की वजह बना। अपूर्वा, तिवारी परिवार की किसी भी संपत्ति या फिक्स डिपॉजिट की भी नॉमिनी नहीं थी, जिससे उसकी सारी मंशाएं टूट गईं।
अपूर्वा को ये शक भी था कि रोहित का परिवार की महिला मित्र से संबंध है और उसका बेटा रोहित का बेटा है। पुलिस का कहना है कि, जिस रात रोहित की हत्या हुई उस रात करीब 12.45 बजे अपूर्वा रोहित के कमरे में गई। तब अपूर्वा ने रोहित से महिला मित्र के बारे में पूछा था। इस पर रोहित ने उसे चिढ़ाते हुए बताया था कि दोनों ने एक ही ग्लास से शराब पी थी। अपूर्वा ने दोनों को कार में साथ बैठने के अलावा व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल करते भी देखा था। इस सब से वह गुस्से में थी और इसीलिए उस रात अपूर्वा ने रोहित को मारना शुरू कर दिया। वह रोहित के सीने पर चढ़कर बैठी थी और तकिये से उसका मुंह दबा दिया। कुछ देर बाद वह बेहोश सा हो गया। तब उसने रोहित का गला अपने हाथ से दबा दिया। इसके बाद उसने तकिये को रोहित के सिर के नीचे रख दिया।
चार्जशीट में आगे लिखा है, वह बिना किसी और चीज को छेड़े रोहित के कमरे से बाहर आ गई और सोचा कि रोहित की मौत को लोग सामान्य मृत्यु मानेंगे क्योंकि वह पहले से दिल का मरीज था और उसे ब्रेन स्ट्रोक भी आ चुका था। चार्जशीट में पूरे विस्तार से लिखा है कि कैसे रोहित और अपूर्वा मिले और फिर उनकी शादी हुई। अपूर्वा ने अपने को मेट्रीमोनियल वेबसाइट पर रजिस्टर कर रखा था। वहीं से अपूर्वा ने पता लगा लिया था कि एनडी तिवारी रोहित को अपना बेटा घोषित कर चुके हैं। उसे लगा कि इस तरह राजनीति में जाने का उसका सपना पूरा हो जाएगा और दोनों मिलने लगे। दोनों की जान-पहचान हुई और फिर दोनों ने 11 मई 2018 को शादी कर ली।