श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर के नाम से जाना जाएगा कोलार क्षेत्र
भोपाल: अब कोलार क्षेत्र को श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर के नाम से जाना जाएगा। इसका व्यवस्थित विकास कर सर्वसुविधायुक्त अल्ट्रा मॉडर्न टाउनशिप बनाई जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलार में 156 करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन 25 दिसंबर से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर (कोलार)में नलों से जल प्रदाय होने लगेगा। इस क्षेत्र में तहसील कार्यालय भी जल्दी शुरू किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया और यहां बीए, बाटनी और एमएससी कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बैरागढ़ क्षेत्र का भी विकास किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भोपाल शहर के शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन प्रदान किये और कहा कि इस फोन का उपयोग सिर्फ हाय-बॉय करने तक ही सीमित न रखें बल्कि इसका पढ़ाई के साथ-साथ शासन की योजनाओं में भागीदार बनकर नया मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की जिम्मेदारी केवल पढ़ाई करना और आगे बढ़कर अच्छा नागरिक बनने की है। उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। प्रतिभाशाली बच्चों की शिक्षा का खर्चा सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य किसी भी तरह खराब नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री ने किसानों के लिये मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना, प्रतिभाशाली बच्चों के लिये मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना, गरीबों के लिये दीनदयाल रसोई जैसी अनूठी योजनाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि हर गरीब व्यक्ति के पास रहने के लिये अपना मकान होगा। प्रदेश में अगले दो वर्षों में 15 लाख मकान बनाये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की बेटियों को स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत और सरकारी नौकरी में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि बेटियों का भविष्य संवारे बिना समाज का विकास नहीं हो सकता। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोलार क्षेत्र को कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों की सौगात दी। जिनमें कोलार क्षेत्र के लिये 24 करोड़ रूपये लागत की विद्युतीकरण योजना का शिलान्यास, सीवेज समस्या के निदान के लिये 125 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले सीवेज नेटवर्क योजना का शुभारंभ, राजहर्ष क्षेत्र में 7.2 करोड़ रूपये की लागत से शासकीय डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय का लोकार्पण शामिल है।