नई दिल्ली: दिल्ली में संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर कड़ा संदेश दिया है. पीएम ने कहा कि ना मैं बैठूंगा ना बैठने दूंगा. बीजेपी नेताओं से पीएम ने कहा है कि जिस वृक्ष में फल लगता है, वो झुक जाता है. इसलिए आप लोगों में विनम्रता होनी चाहिए. यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी की भारी जीत के बाद गुरुवार को पहली संसदीय दल की बैठक हुई. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया था. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया.
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बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार ने बताया, ‘’बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को सरकार के अच्छे कामों का राजदूत बनाया जाना चाहिए. बैठक में अमित शाह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव अहम है. उनके लिए तैयार रहना है और जो जीत हुई है उससे आगे बढ़ना है.’’
अनंत कुमार ने बताया, ‘’संसदीय दल की बैठक में प्रस्ताव रखा गया और उसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. इस प्रस्ताव में उन लोगों को धन्यवाद प्रेषित किया गया जिन्होंने चुनावों में बीजेपी को वोट दिया था.’’ बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्य़क्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
बता दें कि यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हाल ही में विधानसभा चुनाव खत्म हुए हैं. इन पांच राज्यों में से यूपी में बीजेपी ने 325 और उत्तराखंड में 57 सीटें जीतकर हुमत हासिल किया, वहीं गोवा और मणिपुर में बहुमत से दूर रहने के बावजूद भी बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब रही है. गोवा में मनोहर पर्रिकर, तो वहीं मणिपुर में एन बीरेन सिंह को पार्टी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
यूपी में कौन बनेगा मुख्यमंत्री
चुनाव के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिस यूपी में बीजीपी को सबसे बड़ी जीत मिली उस यूपी की कमान किसको मिलेगी? कौन बनेगा यूपी का मुख्यमंत्री? अटकलों का बाजार गर्म है. कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन बीजेपी ने अभी सस्पेंस बना कर रखा है. यूपी के चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है और जीत के बाद से ही हर कोई ये जानना चाहता है कि यूपी का मुख्यमंत्री कौन बनेगा. रेस में कई नाम हैं लेकिन सबसे आगे मौजूदा गृह मंत्री राजनाथ सिंह का नाम है.
सीएम के लिए नाम तो केशव प्रसाद मौर्य, मनोज सिन्हा और दिनेश शर्मा का भी चल रहा है लेकिन मुहर किस पर लगेगी इसका अभी इंतजार है. सूत्रों का मानना है कि यूपी का सीएम 2019 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर चुना जाएगा और वो युवाओं की पसंद होगा.