गांगुली ने शनिवार को कहा, ‘सचिन पाकिस्तान के खिलाफ दो अंक चाहते हैं, लेकिन मैं विश्व कप चाहता हूं। आप इसे जिस किसी भी तरीके से देखिए।’ सचिन ने शुक्रवार को सुनील गावसकर के विचारों का समर्थन करते हुए कहा था, ‘भारत ने विश्व कप में हमेशा पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। अब फिर से उन्हें हराने का समय है। मैं निजी तौर पर उन्हें दो अंक देना पसंद नहीं करूंगा क्योंकि इससे टूर्नामेंट में उन्हें मदद मिलेगी लेकिन मेरे लिए भारत सर्वोपरि है और मेरा देश जो भी फैसला करेगा मैं तहेदिल से उसका समर्थन करूंगा।’
गांगुली ने इससे पहले हरभजन सिंह के विचारों का समर्थन करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के साथ सभी तरह के क्रिकेट रिश्तों को खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह 10 टीमों का विश्व कप है और प्रत्येक टीम को हर दूसरी टीम के खिलाफ मैच खेलना है। यदि भारत विश्व कप में एक मैच नहीं भी खेलता है, तो यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं होगा।’
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने इन टिप्पणियों के लिए गांगुली की आलोचना की और इसे ध्यान खींचने के लिए किया गया पब्लिक स्टंट बताया। इस पर गांगुली ने कहा, ‘मुझे मियांदाद की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं करनी है। मैंने उनकी बल्लेबाजी का आनंद उठाया। मुझे लगता है कि वह पाकिस्तान के शानदार खिलाड़ी थे।’ बता दें कि गांगुली ने विश्व कप में भारत को खिताब का प्रबल दावेदार बताया है।