सबसे बड़ा खुलासा, खुल गई पंजाब नेशनल बैंक और RBI की ‘पोल’!
पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11500 करोड़ के घोटाले को लेकर सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियों ने इसका खुलासा किया है. इस खुलासे से पीएनबी से लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया तक की पोल खुल गई है. दरअसल, घोटाला क्यों हुआ इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण पता लगा लिया गया है. जांच एजेंसियों का दावा है कि घोटाले का पीछे का कारण बैंक सिस्टम का फेल्योर है. यह इतना बड़ा खेल है कि इसे आरबीआई के ऑडिटर तक नहीं पकड़ सके हैं. जांच एजेंसियां इसकी गहनता से जांच कर रही हैं और उसके बाद सरकार को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
पीएनबी के तीन डिविजन का आपस में संपर्क नहीं
जांच एजेंसियो की आरंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि पीएनबी के बैकिंग सिस्टम के तीन डिविजन का आपस में कोई कम्यूनिकेशन नहीं है. यही वजह है कि साढ़े 11 हजार करोड का घोटाला पकड़ा नहीं जा सका. जांच एजेसियों की निगाह में बैंक का सिस्टम फैल्योर है. क्योंकि, आरबीआई के ऑडिटर भी इस घोटाले को पकड़ नहीं सके.
कौन से हैं तीन डिविजन
पीएनबी के बैंकिंग सिस्टम में तीन डिविजन काम करते हैं. पहला स्विफट मैसेज सिस्टम, दूसरा कोर बैकिंग और तीसरा NASTRO अकांउट डिवीजन. लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि तीनों डिविजन एक दूसरे से संपर्क नहीं करते थे.
क्या है स्विफ्ट मैसेज सिस्टम?
स्विफ्ट मैसेज सिस्टम के जरिए विदेश स्थित बैंको को बैंक गारंटी देता है. ये सिस्टम कंम्पयूटर पर होता है और दो लोगों के पासवर्ड होते हैं.
क्या है कोर बैंकिंग?
कोर बैंकिग बैंक का अपना नेटवर्क है, जिस पर बड़ी रकम को पास करने की जिम्मेदारी और जानकारी होती है. इसमें भी दो लोगों के पास पासवर्ड होता है.
NASTRO एकांउट डिवीजन
इसमें बैक के विदेश स्थित लेन देन की जानकारी होती है. बाकी दोनों डिविजन से पास होने के बाद इस डिविजन के पास लेनदेन की पूरी जानकारी होती है. लेकिन, पीएनबी घोटाले के मामले में तीनों डिविजन में कोई आपसी तालमेल नहीं था. तीनों डिवीजन की लापरवाही के चलते ही यह घोटाला हुआ है. खास बात यह है कि जिस ब्रांच के जरिए घाटोला हुआ उसका आडिट खुद पीएनबी मैनेजमेंट करता है.