
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा संचारी रोगों को लेकर हौवा न बनाएं। संचारी रोग का समय पर इलाज लेकर इससे बचे जा सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश मे इंसेफ्लाइटिस से कभी बहुत मौते होती थी। 1970 के आसपास करीब 500 बच्चो की मौते 3 से 4 महीने में होती थी। अब आज प्रयासों का 90% बीमारियों पर नियंत्रण स्थापित किया जा चुका है। रविवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र औरंगाबाद में रोग नियंत्रण, दस्तक एवं विशेष जेई टीकाकरण अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जागरूकता के लिए एलईडी वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंच से अपने संबोधन में उन्होंने कहा मैं मीडिया से भी आग्रह करूंगा कि बीमारियों को बढ़ा चढ़ा कर न बताएं, उसके नाम पर हव्वा खड़ा करने के बजाय उससे जुड़ी जानकारी दे। विभाग भी उसके लिए सिस्टम को फॉलो कर बीमारी के ग्राफ को न्यूनतम या खत्म किया जा सकता है। इंसेफ्लाइटिस को पूरी तरह नियंत्रण करने में सफलता पाई है। एक महीने तक चलने वाले अभियान में स्कूली बच्चों को लाना चाहिए।
स्वकचता के विशेष प्रयास करें, जलभराव न होने देंगे। खुले में सोंच न करें। हर ग्राम पंचायत में दो दो महिला पुरुष शौचालय बनाया जाना चाहिए। गांव के ड्रेनेज को बाहर लेकर निस्तारित करें। इसके लिए अलग अलग मद से पैसों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस अभियान में प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी। 38 जिलों में चल रहे सर्विलांस मॉनिटर करें।