नैनीताल: पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने मुकदमों को विवेचना में वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने को अधिक कारगर बताते हुए कहा कि विवेचकों को इस पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने राज्य में बढ़ते साइबर अपराध को चुनौती मानते हुए कहा कि इससे निपटने के लिए 750 उपनिरीक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाएगा।राज्य समेत जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में बताते हुए कहा कि युवा पीढ़ी में नशे के प्रति बढ़ती को दूर करने के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं। उनका मानना है कि नशे के बढ़ते प्रचलन की वजह से ही चोरी व स्नेचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
उन्होंने एनडीपीएस के मामलों में आरोपियों के साक्ष्य के अभाव में बरी होने पर चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे मामले रिव्यू होंगे। ट्रेफिक की समस्या सर पार पाने के लिए लघु व दीर्घकालिक प्लान तैयार कर उसका क्रियान्वयन कराया जाएगा।
उन्होंने साफ किया कि राजस्व क्षेत्रो को जबरन रेगुलर पुलिस क्षेत्र में थोपा नही जाएगा। इससे पहले डीजीपी ने पुलिस लाइन में थाना प्रभारियों को क्लास लगाई और प्रोफेशनल बनने की सीख दी। इस मौके पर डीआईजी अजय रौतेला, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव व हरीश सती, अपर राज्य रेडियो अधिकारी जीएस पांडेय व अन्य अधिकारी मौजूद थे।