ज्ञान भंडार

सामूहिक नरसंहार के आरोपी अदालत में पेश

फरीदाबाद: ग्रेटर फरीदाबाद के गांव पलवली में रविवार की रात को हुए सामुहिक नरसंहार के मामले में पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को इलाका मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने महिला सरपंच समेत दो महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल और एक नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है। जबकि 11 आरोपियों को दो दिन के और चार आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस हमले में घायल हुए लोगों की हालत में सुधार आने की बात कहीं जा रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं जिला प्रशासन ने महिला सरपंच को निलंबित कर दिया है। पुलिस के मुताबिक गांव पलवली निवासी ललित की शिकायत पर थाना खेड़ीपुल पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है। ललित ने अपनी शिकायत में कहा है कि उउसके परिवार की इसी गांव में रहने वाली महिला सरपंच दयावती के पति बिल्लू के परिवार से पुरानी रंजिश चल रही है। दोनों परिवारों के बीच पहले भी कई बार झगड़े हो चुके है। गत दिवस उसके परिवार के लोग उसके ताऊ के बेटे के घर के सामने खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। तभी वहां ज्ञानचंद, उसका बेटे बिल्लू अन्य करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर पहुंच गए। इन लोगों ने आते ही उसके परिवार व पड़ोस के लोगों पर गोलियां बरसाने के साथ साथ तेज धारदार हथियारों से वार करने शुरू कर दिए।
इस घटना में उसके परिवार के तीन लोगों समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। इसके अलवा एक महिला समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सोमवार को गांव की सरपंच दयावती समेत 18 लोगों को गिर तार कर लिया। मंगलवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। जहां से अदालत ने सरपंच दयवती और ओमवती को न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया है। एक नाबालिग को बाल सुधारगृह भेजा गया है। अदालत ने आरोपी नरेंद्र, कमल किशोर, धर्मेन्द्र और अमित को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। जबकि अन्य आरोपी सतीश, लोकेश, हरीश, शिवकांत, नंदकिशोर, रविंद्र, राजेंद्र प्रसाद, विनय, रविकांत, ज्ञानचंद और मौजीराम को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।

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