मामला दरगाहों और मस्जिदों का सरंक्षण करने वाले वक्फ के अध्यक्ष से जुड़ा होने के कारण आयोजन विवादों में घिर गया। उलेमाओं समेत तमाम लोगों ने नाराजगी जताते हुए ताजपोशी पर ही सवाल उठाए हैं।
प्रदेश में तमाम मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों का रखरखाव उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के जरिये किया जाता है। सरकार ने वक्फ संपत्तियों के विकास के लिए पहली बार उत्तराखंड वक्फ विकास परिषद का गठन कर रुड़की के ढंढेरा निवासी राव सज्जाद को अध्यक्ष बनाया है। रविवार को राव सज्जाद के सम्मान समारोह में स्टेज पर महिला डांसरों ने फिल्मी गीतों पर जमकर ठुमके लगाए।
स्टेज पर मौजूद अध्यक्ष राव सज्जाद के साथ कैबिनेट स्तर के दर्जाधारी मंत्री कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने भी इन बालाओं पर नोट बरसाए। कार्यक्रम में हवाई फायरिंग की गई। नाच गाने का मंत्री और समर्थकों ने खूब लुत्फ उठाया। मगर आयोजन पर भी सवाल भी खूब उठे।
शुरू हुआ विरोध
सरकार को मुस्लिम संस्थाओं में जिम्मेदारी देने से पहले सोचना समझना चाहिए। उसका ये फर्ज बनता है कि ऐसे जिम्मेदार ओहदों पर जांच परखकर संजीदा लोगों को ही बैठाए। लड़कियों को नचाकर उन पर नोट लुटाने वाले कौम की हिफाजत क्या करेंगे। ये पूरी तरह गैर इस्लामी और गलत है।
खुशी के माहौल में जनता की मांग को देखते हुए नाच गाने का प्रोग्राम रखा गया था। जिसका सभी ने लुत्फ उठाया है।