सावन के पावन महीने में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें, अधूरी रह जाती है शिव पूजा
17 जुलाई से सावन के पवित्र महीने की शुरुआत होने वाली है। इस दिन से भगवान शंकर की पूजा-अर्चना शुरू हो जाती है। सावन के महीने में कावंड यात्रा की भी शुरुआत होती है जिसमें श्रद्धालु पैदल चलकर जल चढ़ाने जाते हैं। कहते है इस महीने जो व्यक्ति पूरे मन से भगवान शंकर की आराधना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
सावन के महीने में शंकर भगवान को खुश करने के लिए लोग तरह-तरह की चीजों को चढ़ाते हैं जिसमें कुछ चीजें शंकर भगवान को प्रिय होती हैं तो कुछ अप्रिय। आइए जानते हैं कौन से वह फूल है जिसे चढ़ाते ही शंकर भगवान खुश हो जाते हैं और कौन से वे फूल है जिसे भूलकर भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
भगवान शिव को बेलपत्र बहुत प्रिय है। इसके अलावा आक, कनेर,गूमाफल, चिचिड़ा, कुश, चमेली,नागपंचमी, मदार, शंखपुष्पी और नागकेसर का फूल प्रिय है।
भूलकर भी न चढ़ाएं शंकर भगवान को यह फूल – कदंब,कठूमर,केवड़ा, शिरीष,कोष्ठ, कैथ,गाजर,कुनदऔर केतकी के फूल शिवजी को नहीं चढ़ाना चाहिए।
सावन माह में नागपंचमी और रक्षा बंधन का त्योहार भी मनाया जाता है। इस माह से सारे पर्व त्योहार की शुरुआत हो जाती है।