नई दिल्लीः महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिलती नहीं दिख रही है। पहले रिटेल महंगाई बढ़ी और अब सिंतबर में थोक महंगाई दर भी बढ़ गई है। सितंबर में थोक महंगाई दर बढ़कर -4.54 फीसदी हो गई है। अगस्त में थोक महंगाई दर -4.95 फीसदी रही थीसितंबर में खाद्य महंगाई दर में इजाफा हुआ है और ये 0.69 फीसदी हो गई है जबकि अगस्त में खाद्य महंगाई दर-1.13 फीसदी रही थी। खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ी वजह प्याज की बढ़ती कीमतें हैं। प्याज की महंगाई दर में जबर्दस्त इजाफा हुआ है और सितंबर में प्याज की डबल्यूपीआई 113.7 फीसदी हो गई है जबकि अगस्त में प्याज की डबल्यूपीआई 65.29 फीसदी रही थी।कच्चे तेल की गिरती कीमतों के कारण ईंधन महंगाई दर में कमी आ रही है। सितंबर में ईंधन डब्ल्यूपीआई-17.71 फीसदी हो गई है जबकि इसके पिछले महीने यानि अगस्त में फ्यूल डब्ल्यूपीआई-16.50 फीसदी रही थी।सितंबर में नॉन फूड डब्ल्यूपीआई 1.3 फीसदी आ गई है जबकि आगस्त में नॉन फूड डबल्यूपीआई -0.69 फीसदी रही थी। सितंबर में मैन्यूफैक्चर्ड डब्ल्यूपीआई घटकर -1.73 फीसदी आ गई है जबकि अगस्त में मैन्यूफैक्चर्ड डबल्यूपीआई -1.92 फीसदी रही थी।सितंबर में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर घटी है और ये 0.4 फीसदी पर आ गई है। अगस्त में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर 3,71 फीसदी रही थी।
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