हल्द्वानी में बनभूलपुरा निवासी टेंपो चालक का उसके दोस्त ने कर्ज के तीन हजार रुपये नहीं लौटाने पर ईंट मारकर कत्ल कर दिया। हत्या के बाद आरोपी ने टेंपो चालक सुमित के शव को कैंसर इंस्टीट्यूट परिसर के जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर सोमवार की शाम से लापता सुमित के शव को बरामद कर लिया है। इंदिरानगर बड़ी रोड निवासी ई रिक्शा चालक सुमित कुमार (25) पुत्र शिवशंकर साहू सोमवार की शाम घर का सामान लेने के लिए बाजार की तरफ गया था। देर रात तक जब सुमित घर नहीं लौटा तो परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी। छानबीन के बाद पुलिस ने घटना वाले दिन ही आईटीआई के पास से सुमित का ई रिक्शा लावारिस हालत में बरामद कर लिया, लेकिन सुमित का कोई सुराग नहीं मिला।
छानबीन के बाद पुलिस को सुमित के स्वामी राम कैंसर इंस्टीट्यूट परिसर में रहने वाले उसके दोस्त छत्रपाल उर्फ रौकी पर शक हुआ। पुलिस ने छत्रपाल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो छत्रपाल ने सारा सच उगल दिया।
उसने बताया कि सुमित ने कुछ समय पूर्व उससे तीन हजार रुपये कर्ज लिए थे। सोमवार शाम रकम के तकादे को लेकर ही उसका सुमित से विवाद हुआ और उसने सुमित के सिर पर ईंट मारकर उसकी हत्या कर दी और शव को स्वामी राम कैंसर इंस्टीट्यूट परिसर के जंगल में फेंक दिया और उसके ई रिक्शे को आईटीआई के पास छोड़ दिया।
बरामदगी को लेकर दिन में किया था प्रदर्शन
सुमित की बरामदगी की मांग को लेकर उसके परिजनों ने बुधवार दोपहर बनभूलपुरा थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया था, लेकिन शाम को उसका शव मिलने की सूचना से परिजनों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे सुमित के छोटे भाई अंकित का शव को देखकर बस इतना ही कहना था कि पैसे मुझसे ले लेता लेकिन इतनी बेरहमी से भाई का कत्ल नहीं करना चाहिए था।
बाइक चोरी में पहले भी जेल जा चुका है हत्यारोपी
सुमित का हत्यारोपी छत्रपाल नशे का आदि था और अपनी मां के साथ स्वामी राम कैंसर इंस्टीट्यूट परिसर में बने एक झोपड़े में रहता था। छत्रपाल की मां एसटीएच में सफाई कर्मचारी है। कुछ समय पूर्व एसटीएच परिसर से छत्रपाल ने एक बाइक भी चोरी की थी जिस पर मेडिकल चौकी पुलिस ने छत्रपाल को जेल भेजा था। बुधवार को भी छत्रपाल की झोपड़ी से पुलिस ने चोरी की चार बैटरियां बरामद की हैं।