ज्ञान भंडार
सिवनी के बरघाट में उपद्रव के बाद कर्फ्यू, भाजपा नेता की मौत के बाद दो पक्षों में तनाव
सिवनी. गाड़ी टकराने के विवाद में दो युवकों की मारपीट से बुरी तरह घायल भाजपा नेता की मौत के बाद सिवनी के बरघाट में उपद्रव भड़क गया, जिसके चलते क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। सोमवार सुबह तनाव के बाद शुरुआत में धारा 144 लगाई गई थी, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं होने पर दोपहर तीन बजे प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया। मारपीट करने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं सिवनी एसपी आरपी सिंह के अनुसार स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की चार कंपनियां छिंदवाड़ा, मंडला और जबलपुर से बुलाई गई हैं।
सोमवार सुबह से बिगड़ी स्थिति
पुलिस के अनुसार लोहारा गांव निवासी भाजपा ग्रामीण मंडल महामंत्री कपूरचंद ठाकरे 3 अक्टूबर की रात लोहारा जा रहे थे। बरघाट मार्ग पर उनकी कार ने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें दो लोग घायल हो गए, लेकिन कार नहीं रुकी। इस पर वहां मौजूद नासिर खान (22) और रजा खान (28) ने पीछा कर कार रुकवाई और ठाकरे को बुरी तरह पीट दिया। नागपुर में इलाज के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गई। इसकी खबर मिलते ही क्षेत्र में बवाल शुरू हो गया।
कलेक्टर एसपी की गाड़ी पर पथराव
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर एवं एसपी घटनास्थल की ओर रवाना हुए थे, लेकिन गुस्साई भीड़ ने दोनों अधिकारियों को बरघाट बस्ती के अंदर घुसने से रोकने की कोशिश की। इस कोशिश में कुछ लोगों ने पत्थरबाजी भी की। पत्थरबाजी में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को चोट नहीं आई है। हालांकि प्रशासन ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है।
वाराणसी में आगजनी, पांच थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाकर रात में हटाया
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सोमवार को साधु-संतों ने लोगों के साथ प्रतिकार यात्रा निकाली। इस दौरान पुलिस और लोगों में हिंसक टकराव हुआ। जमकर पत्थर चले। बदले में पुलिस ने लाठियां भांजी, आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की। दर्जनों लोग घायल हुए। लोगों ने पुलिस जीप, एक पुलिस चौकी समेत दो दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पांच थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा, जिसे रात में हटा भी दिया गया। पिछले सप्ताह गणेश प्रतिमा के गंगा में विसर्जन के मुद्दे पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में धरना दे रहे संतों व बटुकों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रतिकार यात्रा निकाली गई थी।
इसमें साधु-संत, बटुक और भाजपा विरोधी अन्य पार्टी के नेताओं के साथ करीब 20 हजार लोग शामिल थे। यात्रा संयोजक अविमुक्तेश्वरानंद की अपील पर अयोध्या, मथुरा, दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत अन्य स्थानों से भी साधु आए हुए थे। यात्रा जैसे ही गोदौलिया पहुंची, माहौल खराब होने लगा। भगदड़ मची तो लोगों ने भारी पथराव किया। पुलिस ने भीड़ से निपटने के लिए बल प्रयोग कर पांच थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। कर्फ्यू रात में हटा दिया गया है।