दस्तक टाइम्स/एजेंसी
चंडीगढ़ :अंबाला के गांव शाहपुर निवास सतीश कुमार ने पुलिस शिकायत दी थी कि उसने अपने भतीजे कृष्ण कुमार व अपने दोस्त की पत्नी संगीता को सी.आर.पी.एफ. में बतौर हैड कांस्टेबल की नौकरी लगवानी थी। भर्ती निकलने पर कृष्ण कुमार और संगीता ने हैड कांस्टेबल की पोस्ट के लिए आवदेन किया। इस दौरान उसकी मुलाकात कुरुक्षेत्र निवासी संजीव कुमार से हुई। संजीव कुमार ने कहा कि उसकी जानकारी सीआरपीएफ में बतौर डिप्टी कमांडैंट आशा रानी लगी हुई है। उन्होंने नौकरी लगवाने के लिए एक आवेदकत्र्ता से 5 लाख मांगे। सतीश कुमार ने दोनों को पैसे दे दिए।पैसे लेने के काफी दिन तक जब दोनों की नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने संजीव कुमार और आशा रानी से संपर्क किया। दोनों पैसे लौटाने के लिए बहाने बनाने लगे। बाद में उसने 3 लाख का चैक दे दिया। इस चैक के जरिए उनको तीन लाख तो वापस मिल गए थे लेकिन बाकी पैसों के लिए आशा रानी ने 50 हजार के चार चैक व 1-1 लाख के 6 चैक दिए जो बाऊंस हो गए। इसके बाद सतीश ने आशा रानी समेत दोनों की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत मिलने पर सैक्टर-31 थाना पुलिस ने सी.आर.पी.एफ. की डिप्टी कमांडैंट आशा रानी और संजीव कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।