सीरिया में हमलों को लेकर फ्रांस ने उठाया बड़ा कदम, तुर्की को हथियारों के निर्यात पर लगाई रोक
अंकारा : तुर्की की सेना ने सीरिया के एक सीमांत कस्बे पर कब्जा जमा लिया है। सेना ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि उसने कुर्द लड़ाकों के खिलाफ जारी अपने अभियान के चौथे दिन रास अल-अयन कस्बे के केंद्र की घेराबंदी कर ली। वहीं सीरिया में कुर्द लड़ाकों व तुर्की की कार्रवाई के खिलाफ अब फ्रांस ने भी कदम उठा लिया है। जानकारी के मुताबिक फ्रांस सरकार ने इस मामले को देखते हुए तुर्की को किए जाने वाले हथियारों के निर्यात पर फिलहाल रोक लगा दी है। इससे पहले अमेरिका भी तुर्की को चेतावनी दे चुका है।
फ्रांस के विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार उत्तरी सीरिया पर तुर्की के सैन्य अभियान के फ्रांस ने उसे निर्यात किए जाने वाले सभी सैन्य उत्पादों की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से रोकने का फैसला किया है।
बीते बुधवार को तुर्की ने सीरियाई कुर्द सैन्य बल या पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के खिलाफ अभियान शुरू किया था। तुर्की ने इसका उद्देश्य कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स को अपनी सीमा से दूर रखने के लिए एक बफर जोन स्थापित करना बताया है। तुर्की कुर्द लड़ाकों को आतंकवादी मानता है।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य पश्चिमी सहयोगियों ने तुर्की के इस कदम की कड़ी आलोचना की है, क्योंकि तुर्की ने वाईपीजी को हाल के वर्षों में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट से लडऩे में इस्तेमाल किया था।
तुर्की ने दावा किया है कि उसकी सेना ने सीरिया के रास अल एन शहर के मध्य में नियंत्रण पा लिया है। तुर्की के सुरक्षा अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि सेना का शहर के मध्य में नियंत्रण है और स्थिति काबू में है। हालांकि कुर्द के नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस (एसडीएफ) ने शनिवार को इस दावे का खंडन किया। एसडीएफ के मीडिया अधिकारी मानवान चमशलो ने कहा कि तुर्की समर्थित सेनाओं ने औद्योगिक जिले रास अल एन में घुसने की कोशिश जरूर की लेकिन एसडीएफ की भारी गोलीबारी के कारण उन्हें पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा। अब एसडीएफ ने हमला शुरू कर दिया है और बेहद ही भयंकर झड़पें शुरू हो चुकी हैं। औद्योगिक जिले में दोनों ओर से गोलीबारी जारी है। रास अल एन शहर तुर्की की सीमा के बेहद निकट है।