सुबह उठकर महादेव के इस मंत्र का ऐसे करें जाप, कुछ ही दिनों में आ जायेगा पैसों का तूफान
हिंदू देवताओं में भगवान शिव को विनाश का देवता और दया का प्रतीक कहा जाता है। उन्हें बहुत आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। शिव मंत्र का उपयोग डर दूर करने के लिए किया जाता है जिसमे विशेष रूप से परिवर्तन का डर शामिल है। शिव मंत्र का जाप रोगों, दुखों, भय आदि से सुरक्षा के लिए किया जाता है। इस मंत्र का उच्चारण करना सफलता और सिद्धि प्रदान करता है।
शिव मंत्र में एक व्यक्ति की आंतरिक क्षमता और शक्ति को बढ़ावा देने की शक्ति है। शिव मंत्र उन सभी तनावों, अस्वीकृति, विफलता, अवसाद और अन्य नकारात्मक शक्तियों के शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने में मदद करता है जिनका हम अपने दैनिक जीवन में सामना करते है।
अगर कोई व्यक्ति भौतिक और शारीरिक रूप से कमजोर महसूस करता है और उसे अपने अंदर ऊर्जा की कमी लगती है तो उसे शिव मंत्र का जाप करना चाहिए। शिव मंत्र का जाप करना जन्म कुंडली में हानिकारक ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने का एक ज्योतिषीय उपाय भी है। भगवान शिव को बहुत सारे मंत्र समर्पित हैं और प्रत्येक मंत्र का अपना विशेष लाभ है।
ऊॅ हौं जूं सः ऊॅ भूः भुवः स्वः ऊॅ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।उव्र्वारूकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।। ऊॅ स्वः भुवः भूः ऊॅ. ऊॅ सः जूं हौं.. अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग तरीके से इस मंत्र का जाप किया जाता है। किसी गंभीर बिमारी से पीडि़त हैं तो 11 हजार बार इस मंत्र का जाप करेंगे तो आपकी बिमारी सही हो जाएगी। अकाल मृत्यु, या कारोबार में तरक्की पाना है या फिर संतान प्राप्ति का सुख चाहते हैं तो सवा लाख बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।