सुरक्षा परिषद में सुधार का अंतहीन इंतजार संभव नहीं : भारत
न्यूयार्क (एजेंसी)। भारत ने विश्व संगठन के सर्वोच्च नीति निर्धारण निकाय में सुधार के लिए एक परिणाम आधारित समय सीमा तय करने की मांग की है ताकि वैश्विक रूप से इसे और यथार्थवादी प्रतिनिधित्व वाला बनाया जा सके। भारत ने यह भी कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की विश्वसनीयता खतरे में है। सुरक्षा परिषद में सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए भारत के कार्यकारी स्थायी प्रतिनिधि मनजीव सिंह पुरी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में गुरुवार को कहा ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की कवायद अनंतकाल तक चलने वाली नहीं दिखनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में हाल के दिनों में हुए बदलाव ने न केवल प्रतिनिधित्व पर सवाल उठाए हैं बल्कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की विश्वसनीयता भी खतरे में पड़ गई है। बदलाव के लिए सिंघनाद दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है।’