सुल्तानपुर के चीनी मिल कर्मचारियों की हालत दयनीय, 2 सालों से नहीं मिला वेतन
जौनपुर. उत्तर प्रदेश सुल्तानपुर की एक मात्र चीनी मिल के कर्मचारियों को इस समय खाने के लाले पड़े हुए हैं. दो सालों से उनको वेतन नहीं मिला है. इतना ही नहीं इसके बंद होने से गन्ना किसानों भी बदहाल हो गए हैं.
किसानों ने मिल को शुरू करने के लिए कई बार गुहार लगाई है. लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. इस मिल को 1984 में इंदिरा गांधी ने शुरू करवाया था. जिस समय तक मिल चली है, किसानों की हालत अच्छी थी.
लेकिन सरकार की लचर नीतियों और अधिकारियों की कारगुजारी की वजह से इस कारखाने की हालत खराब होती गई. आज ये मिल करोड़ों रुपये के घाटे पर है. इस मिल में 500 कर्मचारी काम करते हैं. लेकिन दो सालों से इनको तनख्वाह नहीं दी गई है.
प्रबंधन का कहना है कि पुरानी हो चुकी मशीनों से घाटे की भरपाई करना मुश्किल है. किसी तरह इनकी कल-पुर्जे सुधार कर काम चलाया जा रहा है. लेकिन चार-पांच घंटे चलने के बाद कुछ न कुछ खराबी आ जाती है.
सुल्तानपुर जिला उत्तर प्रदेश के वीआईपी जिलों में शुमार है. यहां के सांसद वरुण गांधी हैं. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्रा, राजीव गांधी और राहुल गांधी जिले का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.