सुहाग रात का मतलब सिर्फ सेक्स नहीं और भी बहुत कुछ
नई दिल्ली: शादी की पहली रात जिसे आम बोलचाल की भाषा में सुहाग रात कहते हैं, का मतलब सिर्फ गुलाब से सजा बिस्तर, शराब के नशे में धुत पति और वाइल्ड सेक्स नहीं होता। इसके अलावा और भी बहुत कुछ है…आगे की तस्वीरों में हम आपके लिए लेकर आए हैं 7 भारतीय महिलाओं की शादी की पहली रात की कहानी…
कहीं उसके मम्मी-पापा न जाग जाएं
यह स्थिति मेरे लिए बेहद अजीब थी क्योंकि मेरे पति अपने पैरंट्स के साथ रहते थे और हमें अपनी सुहागरात उनके घर पर मनानी पड़ी। दुर्भाग्यवश हमारा बेडरूम, उनके बेडरूम से बिलकुल सटा हुआ था। सुहागरात को लेकर हम दोनों बेहद एक्साइटेड थे बावजूद इसके हमें खुद पर कंट्रोल रखना पड़ा क्योंकि मुझे डर था कि कहीं मेरे सास-ससुर न जाग जाएं।
एक्साइटमेंट में सब गड़बड़
हमारा लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप था और मैं अपने पति को 6 महीने बाद शादी के दिन देख रही थी। जाहिर सी बात है हम दोनों बहुत ज्यादा एक्साइटेड थे और दिन खत्म होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आखिरकार हमें वह एकांत मिल ही गया जिसकी हम इतने वक्त से तलाश कर रहे थे। हम एक-दूसरे के करीब आए और फोरप्ले शुरू हुआ। तभी एकाएक मैंने देखा कि मेरे पति के चेहरे पर शर्मिंदगी है। मुझे कुछ समझ नहीं आया। तभी मैंने देखा कि बहुत ज्यादा एक्साइटेड होने के कारण सेक्स होने से पहले ही उनका शीघ्रपतन हो गया था।
थकान ने सब पर पानी फेर दिया
हमारी सुहागरात तो हुई ही नहीं। हमें आधी रात तक स्टेज पर ही खड़े थे क्योंकि देर रात तक मेहमानों का आना खत्म ही नहीं हो रहा था। सबकुछ खत्म होने के बाद जब हम दोनों बेड पर पहुंचे तो हम इतना थक चुके थे कि कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।
किस करने की भी हिम्मत नहीं थी
शादी के दिन मेहमान, कैमरामैन, विडियोग्रफर, रिश्तेदार और मेहमानों के सामने मुस्कुरा-मुस्कुरा कर मेरे चेहरे की मांसपेशियां इस कदर खिंच गई थीं कि सेक्स तो भूल जाइए मेरे अंदर इतनी भी ताकत नहीं बची थी कि मैं अपने पति को प्यार से एक किस भी कर सकूं।
फिल्म देखकर बितायी रात
मेरी और मेरे पति हम दोनों की यह दूसरी शादी थी। हमारे बच्चे भी सेटल हो चुके थे और उन्होंने ही हमारे लिए होटल में एक कमरा बुक किया था ताकि हम साथ में कुछ वक्त बिता सकें। पहले तो मुझे यह बहुत अजीब लगा लेकिन जब मेरे पति ने मुझे अपनी फेवरिट फिल्म गॉन विद द विंड की सीडी दी तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि यह मेरी भी फेवरिट फिल्म थी। हम दोनों ने रातभर बैठकर स्कार्लेट और रेट बटलर के प्यार को इन्जॉय किया।
एक दूसरे का चेहरा भी नहीं देखा
हम दोनों अलग-अलग कम्युनिटी से आते हैं इसलिए हमारे रीति-रिवाजों में भी काफी अंतर था। विदाई के बाद जब मैं अपने पति के घर पहुंची तो मुझे पता चला कि बंगाली परंपरा के मुताबिक शादी की पहली रात कालरात्रि की अवधारणा होती है। इसके मुताबिक सुहागरात तो मनाना दूर हम एक दूसरे को देख भी नहीं सकते थे।
हम ऐक्ट को पूरा नहीं कर पाए
हम दोनों ही वर्जिन थे। मेरे पति के दिमाग में सेक्स को लेकर ढेर सारे आइडियाज थे और दूसरी तरफ मेरा दिमाग बिलकुल खाली था। हम दोनों ही छोटी उम्र के थे और जब हमें अकेलापन मिला तो हमें पता ही नहीं था कि क्या करना चाहिए। हालांकि सेक्स हम दोनों के दिमाग में था लेकिन इसकी शुरुआत कैसे करें यह समझ नहीं आ रहा था। इन घबराहटों के बीच हमने सेक्स शुरू तो किया लेकिन बीच में ही रोकना पड़ा जब मैं दर्द से चिल्लाने लगी।