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नई दिल्ली : मणिपुर में 18 सैनिकों के हत्यारों को भारतीय सेना ने मंगलवार सुबह उनकी करतूत की सजा दी। सेना के विशेष बल ने म्यांमार की सीमा में घुसकर ऐसे 15 उग्रवादियों को मौत की नींद सुला दिया। यह पहला मौका था जब भारत ने क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन के जरिए ऐसी कार्रवाई की हो। सेना के कमांडो ने यह कार्रवाई एक विशेष सूचना के आधार पर म्यांमार अफसरों से तालमेल बैठाकर की। अतिरिक्त सैन्य अभियान महानिदेशक मेजर जनरल रणवीर सिंह ने बताया,‘नगालैंड और मणिपुर सीमा के निकट तड़के सेना ने अपना अभियान चलाया। सेना को पक्की सूचना मिली थी कि ये उग्रवादी भारतीय क्षेत्र में फिर से हमले की साजिश रच रहे हैं।’ उन्होंने कहा, हमने उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है। फलस्वरूप, हमारे नागरिकों एवं सुरक्षाबलों को खतरा टल गया है। मेजर जनरल सिंह ने कहा, पिछले हमलों में शामिल संगठनों की ओर से हमारे सुरक्षाकर्मियों और सहयोगियों पर हमला किए जाने की साजिश रची जा रही थी। गत दिनों हुए हमले के बाद खतरे को ध्यान में रखते हुए हमारी ओर से तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत थी। हमने म्यांमार अधिकारियों से तालमेल बैठाने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया। हम ऐसे उग्रवादियों का मुकाबला करने के लिए म्यांमार के साथ मिलकर काम करने को आशान्वित रहे हैं।