सोने की तस्करी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़, 39 किलो सोना और चांदी जब्त
ईडी ने सोमवार को बताया कि विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों के तहत जयपुर, कोलकाता और चेन्नई में छापा मारा गया था। एजेंसी का दावा है कि इस कार्रवाई में कस्टम ड्यूटी, जीएसटी, आयकर के बड़े पैमाने पर चोरी का पता चला है। ईडी को विश्वस्त सूत्रों से पता चला था कि जयपुर के महाराजा ज्वैलर्स (प्रोपराइटर तारा चंद सोनी), भगवती ज्वैलर्स (मालिक- राम गोपाल सोनी) और लाडीवाला एसोसिएट्स (मालिक- हनी लाडीवाला) चेन्नई के हर्ष बोथरा और बांका बुलियंस प्राइवेट लिमिटेड आदि से तस्करी की सोने की छड़े खरीद रहे थे।
इस सूचना पर काम करते हुए पता चला कि सोने की छड़ों की तस्करी और उन्हें जयपुर पहुंचाने के मामले में कई लोग शामिल थे। सोने की छड़े मुख्य रूप से कोलकाता से जयपुर पहुंचती थीं और बहुत शुद्ध स्तर की होती थीं। संदिग्ध आरोपी सोने की छड़ों पर अंकित विदेशी निर्माता का निशान या बैंक का निशान मिटा देते थे।
इसके बाद विभिन्न एजेंसियों को चकमा देकर विभिन्न डिजाइन तैयार कर तस्करी के रास्ते से देश में लाया जाता है ताकि वे पकड़े नहीं जा सकें। ये तस्करी के सोने से निर्मित आभूषणों का हिसाब नहीं देते थे। बल्कि सोने की तस्करी के लिए फंड इन शहरों में स्थित हवाला एजेंटों के माध्यम से स्थानांतरित कर दिए जाते थे।
ईडी ने कहा कि जयपुर, कोलकाता और चेन्नई में विभिन्न ठिकानों पर छापे की कार्रवाई में 3.75 करोड़ रुपये की बेहिसाब भारतीय और विदेशी मुद्रा, 26.97 किलोग्राम सोने की छड़े तथा आभूषण एवं 12.22 किलोग्राम चांदी के साथ अपराध का संकेत देने वाले दस्तावेज मिले हैं। एजेंसी का कहना है कि जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरणों की अभी जांच नहीं हुई है तथा इनसे अवैध लेनदेन के बारे में आगे और जानकारी मिल सकती है।