हर बच्चे के अंदर होता है विज्ञान, इसको बाहर निकालने की जरूरत : मंजू नौटियाल
सी.एम.एस. में धूमधाम से मनाया गया ‘इण्टरनेशनल इनोवेशन डे’
आकर्षण का केन्द्र रहीं देश-विदेश के छात्रों द्वारा बनाई कलाकृतियां
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, जॉपलिंग रोड कैम्पस द्वारा ‘इण्टरनेशनल इनोवेशन डे (आई.आई.डी.-2017)’ का आयोजन आज सायं सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का रंग बिखेरती अनूठी प्रदर्शनी सभी के विशेष आकर्षण का केन्द्र रही जिसमें फिलीपीन्स, श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, हांगकांग एवं देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों द्वारा बनाई गई लगभग 2000 प्रविष्ठियों को प्रदर्शित किया गया। ये प्रविष्टियाँ ‘इण्टरनेशनल इनोवेशन डे’ की विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे निबन्ध लेखन, चित्रकला, कैलीग्राफी, कैलीग्राम, पोट्रेट ड्राइंग, फोटोग्राफी, एसडीजीएस फोटोग्राफी, कार्टून मेकिंग, कोलाज मेकिंग, स्लोगन राइटिंग एवं पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत भेजी गई हैं। समारोह की खास बात रही कि यह सृजनात्मक उत्सव संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित ‘इण्टरनेशनल ईयर ऑफ सस्टेनबल टूरिज्म फॉर डेवलपमेन्ट’ थीम पर आधारित रहा जिसके माध्यम से ‘ट्रैवल, एन्ज्वाय एण्ड रेस्पेक्ट’ अर्थात यात्रा करने, यात्रा का आनंद उठाने एवं स्थान विशेष का सम्मान करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
विदित हो कि सी.एम.एस. जॉपलिंग रोड कैम्पस द्वारा आयोजित यह समारोह देश के 11वें राष्ट्रपति व महान वैज्ञानिक भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के रचनात्मक विचारों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से किया गया, जिसके माध्यम से छात्रों के सृजनशील विचारों को जन-जन तक पहुंचाने एवं इन्हें और आगे विकसित करने को प्रेरित किया गया। समारोह का शुभारम्भ सर्व-धर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुआ तथापि विद्यालय के छात्रों ने पूर्व राष्ट्रपति डा. कलाम के विचारों पर आधारित सुन्दर गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। जहाँ एक ओर विद्यालय के छात्रों ने महाराष्ट्र, कश्मीर, गुजरात, आसाम आदि विभिन्न राज्यों के लोकगीतों का समाँ बाँधकर सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया तो वहीं दूसरी ओर प्री-प्राइमरी के नन्हें-मुन्हें बच्चों ने भी नर्सरी राइम की शानदार प्रस्तुतियों से दिल जीत लिया। इसके अलावा, पर्यटन को बढ़ावा देने का संदेश देते हुए विभिन्न कार्यक्रमों, नृत्य-संगीत, एरोबिक्स, कव्वाली आदि अनेक शिक्षात्मक साँस्कृतिक कार्यक्रमों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर सी.एम.एस. जॉपलिंग रोड की प्रधानाचार्या मंजू नौटियाल ने सभी आगन्तुकों व अभिभावकों का स्वागत करते हुए कहा कि विज्ञान तो प्रत्येक बच्चे के अन्दर है इसको बाहर निकालने की आवश्यकता है। नन्हें-मुन्हें हाथ क्या नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि डा. अब्दुल कलाम की स्पष्ट सोच है कि निकट भविष्य में भारत एक विकसित देश कहलायेगा। यह तभी सम्भव है जब हम अपने छात्रों में वैज्ञानिक सोच व नवप्रवर्तन की भावना अभी से जागृत करें। प्रख्यात शिक्षाविद व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गांधी ने कहा कि इस आयोजन के पीछे हमारा उद्देश्य विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के मस्तिष्क में उच्च आदर्शों से ओत-प्रोत नये विचारों को भरना है। इन्हीं रचनात्मक विचारों से मानवजाति की सारी समस्याओं के हल मिल जायेंगे और धरती को स्वर्ग बनाने का सपना साकार होगा।