हर-हर महादेव के जयघोष और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कड़ी सुरक्षा में बुधवार तड़के आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 2280 अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। इसमें 46 बड़े और 26 छोटे वाहनों में 1811 पुरुष, 422 महिला श्रद्धालुओं के अलावा 47 साधु गए।
वर्ष 2016 में जम्मू से पहले जत्थे में 1282 और वर्ष 2015 में यह संख्या 1280 थी। वीरवार को पारंपरिक बालटाल और पहलगाम से जत्था पवित्र गुफा की ओर प्रस्थान करेगा। श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) 7 अगस्त, 2017 तक चलने वाली इस बार 40 दिन की यात्रा होगी। दोनों ट्रैक से प्रतिदिन 7500-7500 श्रद्धालुओं के अलावा पंजतरणी हेलीकाप्टर सेवा से अलग से श्रद्धालुओं को यात्रा की इजाजत होगी।
आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से उपमुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह के साथ पर्यटन राज्य मंत्री प्रिया सेठी ने हरी झंडी दिखाकर जत्थे को रवाना किया। पिछले कुछ साल में यात्रा के आगे बढ़ने के साथ जत्थे में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी।
पहले जत्थे में जाने वाले भोले के भक्तों में जबरदस्त उत्साह था। उनका कहना था कि कोई भी ताकत उन्हें अपने प्रभु के चरणों के पास जाने को रोक नहीं सकती है। आधार शिविर में पहले जत्थे की रवानगी के दौरान चौथे पुल से यात्रा रूट पर आम वाहनों की आवाजाही कुछ देर के लिए रोकी गई थी।
इस बीच रेलवे स्टेशन के पास स्थित सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम और महाजन हाल (परेड के पास) तत्काल पंजीकरण के लिए यात्रियों की भीड़ पहुंच रही है। इस दौरान नेकां के प्रांतीय प्रधान देवेंद्र राणा, महंत रामेश्वर दास, युद्धवीर सेठी सहित विभागीय और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।