उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र के गांवों में राहत सामग्री पहुंचाने के दौरान हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में मृतक पायलट और को-पायलट के शव देहरादून लाए गए। यहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। आज सुबह सहस्रधारा हेलीपैड से रवाना हुआ हेलीकॉप्टर आराकोट पहुंचा। यहां से हेलीकॉप्टर बड़कोट के लिए रवाना हुआ। जिसमें दोनों पायलटों के शव जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लाए गए। जहां उन्हें एसडीआरएफ कार्यालय में श्रद्धांजलि दी गई।
बता दें कि बुधवार को आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र के गांवों में राहत सामग्री पहुंचा रहा एक हेलीकॉप्टर मोल्डी गांव के पास तार से टकराकर क्रैश हो गया था। हादसे में हेलीकॉप्टर के परखच्चे उड़ गए और इसमें सवार पायलट एवं इंजीनियर के साथ ही एक स्थानीय युवक की मौत हो गई थी। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीमों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर से तीनों लोगों के शव बरामद किए।
हेलीकॉप्टरों के माध्यम से पहुंचाई जा रही है राहत सामग्री
बीते रविवार को आराकोट क्षेत्र के गांवों में बादल फटने से मची तबाही में इन गांवों की सड़क, पुल एवं संपर्क मार्ग तबाह हो चुके हैं। इस कारण सड़क मार्ग से इन गांवों तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। सरकार द्वारा यहां हेलीकॉप्टरों के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
आराकोट और मोरी में बेस बनाकर राहत सामग्री भिजवाई जा रही है। बुधवार को मोरी बेस से हैरिटेज कंपनी का हेलीकॉप्टर आराकोट क्षेत्र के अलग-थलग पड़े गांवों में राहत सामग्री पहुंचा रहा था। तीन राउंड में टिकोची, किराणू और कलीच तक राहत सामग्री पहुंचाने के बाद दोपहर करीब 12 बजे यह हेलीकॉप्टर मोल्डी गांव में राहत सामग्री पहुंचाने गया था।
सेब के ढुलान के लिए लगी ट्रॉली के तारों में उलझा
गांव में राहत सामग्री छोड़ने के बाद यह हेलीकॉप्टर लौटते समय कलीच गांव से मोल्डी में सड़क तक सेब के ढुलान के लिए लगी ट्रॉली के तारों में उलझकर क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर तेज धमाके के साथ जंगल में गिरा और इसमें आग लग गई। आसपास के क्षेत्र में तत्काल ही इस हादसे का पता चल गया।
सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की रेस्क्यू टीमें मौके तक पहुंच गई। इस हादसे में हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन रंजीव लाल (53) पुत्र चरणजीत लाल निवासी सुखदेव विहार, दिल्ली, इंजीनियर शैलेश कुमार सिंह (37) निवासी कोलकाता और राजपाल राणा (32) पुत्र विजय सिंह निवासी खरसाली, यमुनोत्री (उत्तरकाशी) की मौके पर ही मौत हो गई।
क्या कहते हैं अधिकारी
राहत सामग्री आपदाग्रस्त गांव पहुंचाकर लौटते समय हेलीकॉप्टर क्रैश होने से हादसा हुआ। रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच गईं और क्रैश में मृत तीनों लोगों के शव बरामद कर लिए गए।
-डा.आशीष चौहान, डीएम उत्तरकाशी