हैरान रह जाओगे हॉकी के भगवान के बारे में ये रोचक बाते जानकर
हैरान रह जाओगे हॉकी के भगवान के बारे में ये रोचक बाते जानकर …16 जुलाई 1968 को जन्मे धनराज पिल्ले एक बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान हैं। इस समय वे भारतीय हॉकी टीम के प्रबंधक हैं। इसके साथ ही, वे कंवर पाल सिंह गिल के निलंबन के बाद निर्मित भारतीय हॉकी फेडरेशन की अनौपचारिक (एडहॉक) समिति के सदस्य भी हैं। धनराज पिल्लै का अंतर्राष्ट्रीय करियर दिसंबर 1989 से अगस्त 2004 तक रहा और इस बीच उन्होंने 339 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले।
आपको बता दें कि भारतीय हॉकी संघ, किसी भी खिलाड़ी द्वारा किए गए गोलों का कोई भी आधिकारिक आंकड़ा नहीं रखता है। अतः, धनराज पिल्ले द्वारा किए गए अंतर्राष्ट्रीय गोलों की संख्या के विषय में कोई विश्वसनीय आंकड़ा मौजूद नहीं है। उनके मुताबिक धनराज द्वारा दागे गए गोलों की संख्या 170 से ज्यादा है, लेकिन एक प्रमुख हॉकी सांख्यिकीविद के मुताबिक यह 120 के आसपास है।
वे एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिसने चार ओलंपिक टूर्नामेंटों (1992, 1996, 2000 और 2004), चार विश्व कप (1990, 1994, 1998 और 2002), चार चैंपियंस ट्राफी (1995, 1996, 2002 और 2003) और चार एशियाई खेल (1990, 1994, 1998 और 2002) में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है। भारत ने उनकी कप्तानी के तहत एशियाई खेल (1998) और एशिया कप (2003) में जीत दर्ज की थी। उन्होंने बैंकाक एशियाई खेलों में सबसे अधिक गोल किए थे और सिडनी में 1994 के विश्व कप के दौरान विश्व एकादश में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थे।