रियो डी जेनेरियो। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन कर रियो ओलिंपिक में हॉकी के ग्रुप ‘बी’ में अर्जेंटीना को 2-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। यह भारत की ग्रुप में दूसरी जीत है और उसने इसी के साथ 36 साल बाद ओलिंपिक के नॉकआउट दौर में जगह बनाई। वैसे भारत को अभी नीदरलैंड्स और कनाडा के खिलाफ ग्रुप मैच खेलने हैं।
भारत इससे पहले 1980 के मॉस्को अोलिंपिक में नॉकआउट में पहुंचा था और तब उसने गोल्ड मैडल जीता था। भारत ने अर्जेंटीना पर 7 साल बाद जीत दर्ज की है। भारत की तरफ से चिंगलेनसाना सिंह और कोथाजीत सिंह ने गोल दागे। अर्जेंटीना का एकमात्र गोल पैलेट गोंजालो ने दागा। भारत ने मैच में आक्रामक शुरुआत की। भारत को सातवें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसका वह फायदा नहीं उठा पाया। आठवें मिनट में भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और चिंगलेनसाना सिंह ने शानदार प्रहार कर गोल दागते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। अर्जेंटीना को पहले क्वार्टर के अंतिम क्षणों में ब्रूने के पास अपनी टीम को बराबरी दिलाने का शानदार मौका था, लेकिन वे इसका लाभ नहीं उठा पाए।
दूसरे क्वार्टर में भारत के पास गोल करने का 24वें मिनट में सुनहरा मौका था, लेकिन अर्जेंटीना के डिफेंडर्स ने शानदार बचाव किया। इस क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। तीसरे क्वार्टर में रमनदीप और सरदार सिंह ने शानदार मूव बनाकर गेंद कोथाजीत को सौंपी, जिन्होंने स्कूप के जरिए गेंद को जाली में पहुंचाते हुए भारत को 2-0 से आगे कर दिया।
अर्जेंटीना को चौथे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर मिला और पैलेट गोंजालो ने गोल दागते हुए अपनी टीम का खाता खोलकर स्कोर 1-2 कर दिया। इस क्वार्टर के आठवें मिनट में अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर श्रीजेश ने शानदार बचाव किया, लेकिन खतरनाक खेल के चलते एक और पेनल्टी कॉर्नर दिया गया। इस पर भी श्रीजेश ने शानदार बचाव किया। भारतीय डिफेंडर के खतरनाक बचाव के चलते एक और पेनल्टी कॉर्नर दिया गया, जिसे भी असफल किया गया।