नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मत्रियों को आगाह करते हुए समझाया है। उन्होंने कहा है कि कोई भी मंत्री फाइट स्टार होटल में ना ठहरे। साथ ही पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के किसी भी तरह के ऑफर को स्वीकार ना करने के सख्त निर्देश दिए हैं। पीएम मोदी ने चेतावनी भरे लहजे में मंत्रियों से आगे कहा कि वो पब्लिक सेक्टर के वाहनों का भी इस्तेमाल ना करे। दरअसल बीते बुधवार (16 अगस्त) को कैबिनेट मीटिंग हुई। मीटिंग के तुरंत बाद उन्होंने मंत्रियों से थोड़ा रुकने के लिए कहा। जिसके बाद पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को इस बारे में आगाह किया। खबर के अनुसार उस दौरान पीएम मोदी की बातचीत से साफ लग रहा था कि वो अपने मंत्रियों के रवैए नाराज हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ मंत्री सरकारी सुविधाओं की जगह निजी फाइव स्टार होटलों में ठहर रहे हैं। एक अखबार की एक खबर के अनुसार पीएम मोदी ने मंत्रियों से साफ कहा है कि वो किसी भी यात्रा के दौरान सिर्फ सरकारी आवास में ही ठहरें।
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी अपने उन सभी मंत्रियों से खासे नाराज हैं जो पब्लिक सेक्टर की सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। कुछ मंत्रियों के खिलाफ रिपोर्ट भी आ रही हैं कि वो अपने मंत्रालय के अंदर आने वाली पीएसयू की गाड़ियों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने आगे कहा कि वो किसी भी मंत्री या उनके परिवार के किसी भी दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभी मंत्री अपने स्टाफ से भी कहें की वो पीएसयू से किसी भी तरह का तोहफा ना लें। खबर के अनुासर पीएम मोदी ने साफ किया है वो जीरो टॉलरेंस से लेकर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए कोई समझौता नहीं करेंगे। गौरलतब है कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। जिसे देखते हुए पीएम मोदी विरोधियों को ऐसा कोई मौका नहीं देना चाहते हैं जिससे उनकी छवि पर सवाल उठाए जाएं। इसलिए पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की ‘घोटाले से मुक्त’ छवि को बनाए रखने पर जोर दिया।
पीएम मोदी ने मंत्रियों से यह भी कहा कि ऐसी खबरें हैं कि वे अपने मंत्रालयों के अधीन आने वाले पीएसयू की गाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर कोई मंत्री या किसी मंत्री के परिजन ऐसा करते हुए पाए जाते हैं तो वह कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति से कोई समझौता नहीं करेंगे।