बहराइच। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य में आयी भीषण बाढ़ के लिए केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आज कहा कि पानी कहां से आया, इसकी सूचना न तो नेपाल ने और न ही केन्द्र ने उन्हें दी, जिसकी वजह से इतनी बड़ी तबाही हुई। अखिलेश ने कहा, ‘‘हम चाहेंगे कि भारत सरकार नेपाल से अच्छे रिश्ते बनाये ताकि इस तरह की घटनाओं की पूर्व सूचना मिल सके। नेपाल हमारा मित्र राष्ट्र और पड़ोसी है इसलिए हर वर्ष होने वाली तबाही को रोकने के लिए अगर वहां बैराज बनाने में नेपाल की मदद करनी पड़े तो केन्द्र को इसके लिए आगे आना चाहिए।’’ बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश के अन्य राज्यों में भी नेपाल की ओर से आने वाले पानी से हर साल तबाही होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से निपटने में केन्द्र द्वारा प्रदेश को कोई मदद नहीं दी गयी है। उन्होंने हालांकि राज्य सरकार की ओर से बाढ़ पीडितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। अखिलेश ने कहा कि उपचुनाव होने के कारण आदर्श आचार संहिता लागू है इसलिए वह कोई घोषणा नहीं कर पा रहे हैं।