आप अपने वाहन की सर्विसिंग कराने जा रहे हो तो ध्यान रखें ये कुछ खास बातें
दोस्तों कार हो या बाइक इन्हें चलाने में सभी को मज़ा आता है लेकिन इन्हें चलाते समय वाहन में ज़रा सी भी खट पट की आवाज़ आती है तो टेंशन हो जाती है फिर हम उसे ठीक करने के लिए कारीगर के पास लेकर जाते है या उसे शो रूम पर सर्वर्सिंग के लिए ले जाते है. लेकिन क्या आप जानते है जब हम अपनी बाइक या कार को सर्वेसिंग के लिए प्राइवेट दूकान पर लेकर जाते है तो बाइक या कार के शो रूम की अपेक्षा प्राइवेट दूकान पर लोकल पार्ट्स का इस्तेमाल करके उन्हें सुधारा जाता है और पैसे भी अधिक ले लेते है वहा पर मेकेनिक को भी सर्वेसिंग की अच्छी जानकारी नहीं होती.आमतौर पर कम खर्च की वजह से लोग वाहनो को प्राइवेट दूकान पर ले जाते है और अपनी बाइक या कार में नकली पार्ट्स लगवा लेते है ऐसे में उनकी बाइक या कार कुछ दिन तक ही चल पाती है. कभी कभी मेकेनिक को पार्ट्स न मिलने के कारण-पैसे कमाने के लिए पुराना पार्ट्स वाहन में जोड़ देते है. इसलिए सर्वेसिंग के लिए अपने वाहन को शो रूम के मेकेनिक को ही देखाए. और सर्वेसिंग करते वक्त वहा मोजूद रहे.
सर्वेसिंग कराते वक़्त इस बात का अवश्य ध्यान रखे की वाहन में सर्वेसिंग किस प्रकार से की जा रही है. मेकेनिक अपने वाहन में कौन कौन सा सामान निकाल रहा है व कौन सा सामन लगा रहा है. सर्वेसिंग करते वक़्त इस बात का अवश्य ध्यान रखे की कही मेकेनिक आपके वाहन का पेट्रोल न निकाल ले क्योकि कभी कभी मेकेनिक आपके वाहन का पेट्रोल निकाल लेते है तो इस बात का अवश्य ध्यान रखे.