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इंदौर में भी टीम इंडिया नहीं देगी ऑस्ट्रेलियाई टीम को वापसी का मौका!

नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का तीसरा मैच रविवार को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा. इस सीरीज में अब तक दो मुकाबले खेले गए हैं और दोनों में बाजी भारतीय टीम के हाथ लगी है. ऑस्ट्रेलिया से यह सीरीज जीतने के लिए भारतीय टीम को अब बस एक मैच जीतना है. वही ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो अब तक इस सीरीज में उनके हाथ निराशा ही लगी है. ऑस्ट्रेलिया को अगर यह वनडे सीरीज जितनी है तो उसे बहुत ही असाधारण खेल दिखाना होगा, क्योंकि भारतीय टीम जिस फॉर्म में चल रही है, उसे देख तो ऐसा ही लगता है कि इंदौर में सीरीज सील हो जाएगी. इंदौर का यह स्टेडियम भारतीय टीम के लिए हमेशा से लकी रहा है. होल्कर स्टेडियम में अब तक भारत की जीत का प्रतिशत 100 फीसदी रहा है. इस स्टेडियम में ऐसा कोई भी मुकाबला आज तक नहीं हुआ, जिसमें भारतीय टीम को हार मिली हो. भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही सीरीज में टॉस को बहुत अहम माना जा रहा है. अभी तक दोनों ही मुकाबलों में भारतीय टीम मे पहले टॉस और फिर मैच जीता है. टॉस के लिहाज से भी बात करें, तो इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारतीय टीम ने आज तक कोई टॉस भी नहीं गंवाया है. इसलिए भारतीय टीम का पलड़ा तीसरे वनडे में काफी भारी लग रहा है.

इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 15 अप्रैल 2006 को भारतीय टीम ने पहला मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ राहुल द्रविड़  की कप्तानी में खेला था. इस मैच में भारत ने पहले टॉस जीता और फिर मैच भी अपने नाम किया. 2006 से अब तक भारतीय टीम इस मैदान पर लगातार टॉस और मैच जीत रही है. रविवार को जब भारतीय टीम इस मैदान पर उतरेगी तो यह तमाम आंकड़े उनके जेहन में होंगे और उम्मीद है कि भारतीय टीम इस मैदान पर अपने 100 फीसदी मैच जीतने के रिकॉर्ड को भी बरकरार रखेगी. 

इस मैदान ने विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी से लेकर पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग को तमाम यादें दी है. जब भी भारतीय क्रिकेटर रनों के लिए संघर्ष कर रहे होतो हैं, तो यह मैदान संजीवनी प्रदान करता है. बात करें मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली की, जब कोहली टेस्ट मैच में रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे. उन्होंने 7 पारियों मे 18.85 की बेहद खराब औसत से रन बनाए थे, ऐसे में उन पर दबा था कि वो एक बड़ी पारी खेलकर अपने आलोचकों का मुंह बंद करे, तब इसी मैदान पर कोहली ने 211 रन की पारी खेलकर भारतीय टीम के जीत दिलाई थी.

इंदौर के होल्कर स्टेडियम में ही पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया था. इस मैदान पर उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रन की जोरदार पारी खेलकर अपनी टीम क जीत दिलाई थी. इससे पहले सहवाग रनों के लिए तरस रहे थे. सहवाग ने इस पारी की बदौलत वनडे इतिहास का भी सर्वोच्च स्कोर बना दिया था. उन्होंने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का 200 रनों का रिकॉर्ड अपने नाम किया था.

साल 2015 में जब साउछ अफ्रीका की टीम भारत के खिलाफ सीरीज में बढ़त बना चुकी थी, तब उस समय के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 92 रनों की लाजवाब पारी खेलकर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी. अब देखना यह है कि तीसरे वनडे में भारतीय टीम जीत दर्ज कर अपने 100 फीसदी जीत के रिकॉर्ड को कायम रख पाती है कि नहीं.

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