नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दशहरे के अवसर पर दिल्ली में न होकर लखनऊ में रहेंगे। उनके इस कार्यक्रम पर सियासत तो तेज है ही, इसके राजनीतिक निहितार्थ भी तलाशे जा रहे हैं। पीएम मोदी आज देश के प्रधानमंत्रियों की परंपरा से अलग लखनऊ में रामलीला देखेंगे। पीएम ऐशबाग के रामलीला मैदान में भाषण भी देंगे, लेकिन रावण दहन के समय वह मौजूद नहीं रहेंगे।
मोदी शाम करीब 6 बजे ऐशबाग के रामलीला मैदान पहुंचेंगे। जिला प्रशासन के मुताबिक, वह शाम 5:25 पर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से उनका काफिला सीधे ऐशबाग स्थित रामलीला मैदान पहुंचेगा। यहां वह 10 मिनट आरती करेंगे। इसके बाद उनका सम्मान होगा और फिर वे भाषण देंगे। इसके बाद, वे करीब 20 मिनट तक रामलीला देखेंगे और वह लौट जाएंगे। उनके जाने के बाद रावण दहन होगा।
चूंकि रावण के जलने पर आतिशबाजी होती है, और रामलीला मैदान आकार के हिसाब से काफी छोटा है, अत: पीएम की मौजूदगी में आतिशबाजी की इजाजत नहीं मिली है, इसलिए मोदी के जाने के बाद रावण दहन किया जाएगा। रामलीला में मोदी को कृष्ण का सुदर्शन चक्र, हनुमान की गदा और राम का धनुष-बाण उपहार स्वरूप दिया जाएगा।
बीजेपी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ आकर दशहरा मेले में शामिल होने के पीछे कोई ‘राजनीति’ या ‘मंतव्य’ नहीं है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और लखनऊ के मेयर डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि रावण पहला आतंकी था और उसका विरोध करने के लिए आज तक उसका पुतला हम जलाते हैं। ये विचार भारत का है। उसी का प्रतिपादन करने प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं।’
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक यूपी के सीएम अखिलेश यादव रामलीला मैदान नहीं जाएंगे। अखिलेश एयरपोर्ट जाकर पीएम की अगवानी तो करेंगे लेकिन एशबाग के मैदान नहीं जाएंगे। सूत्रों से मिली खबर की मानें तो यूपी सरकार का कोई प्रतिनिधि रामलीला मैदान में मौजूद रहेगा।
वहीं, कांग्रेस ने पीएम मोदी के लखनऊ दौरे पर कटाक्ष किया है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने मोदी को नसीहत देते हुए कहा है कि उन्हें जम्मू कश्मीर में दशहरा मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने जबसे होश संभाला है प्रधानमंत्रियों को दिल्ली में दशहरा मानते देखा है। लेकिन मोदी जी इसे पहली बार बाहर मना रहे हैं।