ऑगस्टा डील के राज से उठेगा पर्दा, संसद में आज सभी तथ्यों को रखेंगे रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर
एजेंसी/ नई दिल्ली : ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील के राज से बुधवार को पर्दा उठ सकता है। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर आज इस सौदे से जुड़े सभी तथ्य और घटनाक्रम की जानकारी संसद में रखेंगे। बीते दिनों पार्रिकर ने भी कंपनी को काली सूची में डालने तथा भ्रष्टाचार के आरोपों की पृष्ठभूमि को लेकर यह बात कही थी। वहीं, ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले को लेकर कांग्रेस को घेरने की पूरी तैयारी बीजेपी कर चुकी है।
वहीं, कांग्रेस इससे उत्साहित नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि पार्रिकर पहले जवाब दें कि मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी को काली सूची से क्यों ‘हटाया’। संसद में आज कांग्रेस नेता एके एंटनी भी पार्टी का पक्ष रखेंगे।
गौर हो कि भाजपा इस डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर लगातार निशाना साध रही है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने बीते दिनों कहा था कि सोनिया की टिप्पणी ‘वह किसी के घेरने से डरने नहीं वालीं’ का मजाक उड़ाते हुए कहा कि ‘कांग्रेस किसी से नहीं डरती क्योंकि उसके पास कोई लोक लाज नहीं है।’ हेलीकॉप्टर सौदे में कथित रूप से भारतीयों को मिली रिश्वत पर सोनिया से सवाल करते हुए भाजपा के अन्य नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष का नाम सौदे से जोड़ने का प्रयास किया।
पार्रिकर ने बीते दिनों कहा था कि मैं हेलीकॉप्टर सौदे के बारे में जानकारी देने वाले तथ्यों सहित विस्तृत घटनाक्रम, बुधवार को संसद में रखूंगा। यह बताते हुए कि कंपनी के हित में कब और कैसे जरूरी प्रावधानों को नरम किया गया मैं विस्तृत घटनाक्रम बताउंगा। उन्होंने कहा कि जिन्होंने लाभ कमाए हैं, वे अपने उपर मुकदमा चलाने हेतु हमारे लिए साक्ष्य छोड़कर नहीं जाएंगे। लेकिन हमें इसे :लाभ मिला है: साबित करना होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि अब हमें सबकुछ साबित करना होगा। चूंकि मामले को संसद में रखा जाएगा, मैं मीडिया में विस्तार से बात करना नहीं चाहूंगा।
उन्होंने सवाल किया, ‘2014 तक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गयी? कंपनी को तत्कालीन संप्रग सरकार ने काली सूची में क्यों नहीं डाला?’ उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वह ऑगस्टा वेस्टलैंड कंपनी को काली सूची में डालने संबंधी संप्रग सरकार का आदेश दिखाए। पहले उन्हें जवाब देने दें कि इसे प्रतिबंधित क्यों नहीं किया गया। हमारी सरकार (राजग) के दौरान उसे प्रतिबंधित किया गया।
सुरजेवाला ने कहा था कि पार्रिकर को बताना चाहिए कंपनी को प्रतिबंधित करने के 40 दिनों के भीतर उन्होंने एक सब-कांट्रैक्टर के माध्यम से उसे सौदे में हिस्से लेने की मंजूरी देने वाला आदेश क्यों पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि क्या मोदीजी और पार्रिकरजी को एहसास नहीं हुआ कि अब वे सत्ता में हैं? क्या सीबीआई केन्द्र सरकार के पास नहीं है? क्या प्रवर्तन निदेशालय केन्द्र सरकार के पास नहीं है? मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को काली सूची से क्यों हटाया? मनोहर पर्रिकर जी जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।