जयपुर । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने मिजोरम की राज्यपाल डॉ. कमला बेनीवाल की बर्खास्तगी को असंवैधानिक करार देते हुए उन्हें पद से मुक्त किये जाने की कड़े शब्दों में निन्दा की है। पायलट ने कहा कि डॉ. बेनीवाल की बर्खास्तगी माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की अवमानना के कारण विधि विरुद्ध है। पायलट ने कहा कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार की यह कार्यप्रणाली भारतीय राजनीति के इतिहास में द्वेषता को बढ़ावा देने वाली है। पायलट ने आज जारी बयान में कहा कि डॉ. बेनीवाल भारतीय राजनीति में विशिष्ट पहचान रखती हैं। राजस्थान की उप मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट मंत्री के रूप में डॉ. बेनीवाल ने प्रदेश के विकास में विशेष योगदान दिया है। राजनीति में उनकी शुचिता एवं नेतृत्व क्षमता के कारण उन्हें गुजरात का राज्यपाल बनाया गया था। पायलट ने कहा कि डॉ. कमला ने राज्यपाल के रूप में संविधान की रक्षा के लिए गुजरात में वर्षों से रिक्त पड़े लोकपाल के पद पर नियुक्ति करके प्रशासन में पारदर्शिता का सुनिश्चित किया था। उनका राजनैतिक एवं सार्वजनिक जीवन बेदाग रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने राजनैतिक द्वेष के कारण डॉ. बेनीवाल को दुर्भावनावश तथ्यहीन आरोप लगाकर पदमुक्त कर दिया है जबकि कुछ माह बाद उनका कार्यकाल पूर्ण होने वाला था।