कम कैलोरी खर्च करते हैं मानव
न्यूयार्क। हाल में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि मानव और वानर जाति के प्राणी अन्य स्तनधारियों के मुकाबले रोजाना आधी कैलोरी की खपत करते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक इसके कारण मानव और वानरों का जीवन अपेक्षाकृत सुस्त होता है और यही उनके लंबे जीवन का राज है। मानव चिम्पांजी बबून तथा अन्य वानर श्रेणी के जीव अन्य स्तनधारी प्राणियों के मुकाबले आधी कैलोरी की खपत करते हैं। न्यूयार्क के हंटर कॉलेज के मानव विज्ञानी और अध्यन के प्रमुख लेखक हरमन पोंट्जर ने कहा ‘‘इस बात को ध्यान में रखा जाए तो एक अत्यधिक सक्रिय जीवन शैली वाले व्यक्ति को भी अपने आकार के दूसरे स्तनधारी प्राणियों इतनी औसत ऊर्जा खर्च करने के लिए रोज मैराथन दौर लगाना होगा।’’ उपापचय की इतनी सुस्त प्रक्रिया से ही पता चलता है कि मानव और अन्य वानर जाति के प्राणी क्यों धीरे-धीरे बढ़ते हैं और क्यों इतना लंबा जीवन जीते हैं। शोध पत्रिका प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस में प्रकाशित शोध आलेख में कहा गया कि परिवार में पलने वाले कुत्ते या अन्य कई ऐसे स्तनधारी जीव हैं जो कुछ ही महीनों में जवान हो जाते हैं और ढेर सारे बच्चे पैदा कर लेते हैं तथा अधिक से अधिक 1०-2० साल में मर जाते हैं। आलेख में आगे कहा गया कि दूसरी ओर मानव तथा वानर जाति के अन्य प्राणियों का बचपन काफी लंबा होता है। वे कम बच्चे पैदा करते हैं और काफी लंबा जीवन जीते हैं।