कर्नाटक फ्लोर टेस्ट: विधानसभा में CM येदियुरप्पा का ‘शक्ति परीक्षण’, सदन में चर्चा जारी
कर्नाटक में पिछले एक महीने से चल रहा सियासी संकट सोमवार को खत्म हो जाएगा। आज कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने वाला है। कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा फिलहाल सदन में सरकार का बहुमत साबित कर रहे हैं।
सीएम बीएस येदियुरप्पा ने सदन में विश्वास प्रस्ताव ला दिया है। विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा है, ‘ जब सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी सीएम थे, तो वे अभद्र राजनीति में लिप्त नहीं थे। तंत्र विफल हो गया है और हम इसे ठीक कर देंगे। मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं कि हम या तो प्रतिशोधी राजनीति में लिप्त नहीं होंगे। मैं भूलने और माफ करने में विश्वास रखता हूं।’
कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच कर्नाटक के तीन बागी विधायक आज सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार द्वारा अयोग्य ठहराए जाने को चुनौती देने के लिए आज बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। रमेश जारकीहोली, महेश कुमथल्ली और आर शंकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
कर्नाटक विधानसभा में आज सीएम येदियुरप्पा सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है। उससे पहले विधानसभा भवनमें कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने एक बैठक की। यह बैठक अब खत्म हो गई है।इस बैठक में कांग्रेस विधायक दल की ओर से सिद्धारमैया, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव, केजे जॉर्ज, प्रियांक खड़गे, एमबी पाटिल, ईश्वर खंद्रे और अन्य कांग्रेस विधायक मौजूद रहे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदिुयुरप्पा कर्नाटक विधानसभा पहुंच चुके हैं। आज सदन में उन्हें अपनी सरकार का बहुमत साबित करना है। वह विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे।
कर्नाटक में फ्लोर टेस्ट से पहले आज सीएम बीएस येदियुरप्पा बेंगलुरु के श्री बाला वेरा अंजनेय मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे। उन्होंने यहां पूजा-अर्चना की।
एक तरफ जहां विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट होना है। वहीं इससे पहले आज स्पीकर द्वारा अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस के पांच बागी विधायक बृजपति बसवराज, एमटीबी नागराज, एसटी सोमशेखर समेत सभी मुंबई से बेंगलुरु पहुंचे हैं।
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर भाजपा किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसलिए रविवार को बीजेपी के सभी विधायकों को बेंगलुरु के एक होटल में ठहराया गया। होटल में बीजेपी विधायक दल की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें येदियुरप्पा समेत अनेक पार्टी नेता मौजूद रहे।
कर्नाटक भाजपा विधायक बेंगलुरु के चांसरी पैवेलियन होटल में रात रुकने के लिए गए, जहां रविवार रात भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। बैठक के बाद कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। हमने सोमवार को विधानसभा में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की। हम सोमवार को विश्वास मत हासिल करेंगे। इसके बाद वित्त बिल लाएंगे। मैं समझता हूं कि कांग्रेस और जेडीएस को इसका समर्थन करना चाहिए।’
कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायक अयोग्य घोषित
इससे पहले रविवार का दिन कर्नाटक की राजनीति के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बहुमत परीक्षण से ठीक एक दिन पूर्व स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायकों को मौजूदा विधानसभा के पूरे कार्यकाल 2023 तक के लिए अयोग्य करार दिया। इसका मतलब यह है कि ये विधायक इस विधानसभा के कार्यकाल में उपचुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। इन सभी विधायकों ने स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को चुनौती देने का एलान किया है।
इससे पहले भी स्पीकर तीन बागी विधायकों को अयोग्य ठहरा चुके हैं। विधानसभा स्पीकर की इस कार्रवाई से सदन में सदस्यों की प्रभावी संख्या कम हो जाएगी, जिससे येदियुरप्पा के लिए बहुमत साबित करना आसान हो गया है। येदियुरप्पा ने कहा है कि मैं सौ फीसदी आश्वस्त हूं, मैं बहुमत साबित करूंगा।
बता दें, बीएस येदियुरप्पा ने दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। कुल 17 विधायकों (कांग्रेस के 13 और जदएस के तीन) को अयोग्य करार दिए जाने के बाद सदन का नया समीकरण बदल गया है। 224 सदस्यीय विधानसभा में स्पीकर को छोड़कर सदस्यों की प्रभावी संख्या 207 हो गई है। ऐसे में बहुमत का आंक़़डा 104 पर आ गया है। भाजपा के खुद 105 विधायक हैं तथा उसे एक निर्दलीय का भी समर्थन है।
25 जुलाई को अयोग्य घोषित किए गए विधायक
रमेश जारकिहोली (कांग्रेस), महेश कुमतल्ली (कांग्रेस), आर शंकर (निर्दलीय)
28 जुलाई को अयोग्य घोषित विधायक
कांग्रेस विधायक- प्रताप गौड़ा पाटिल, शिवराम हेब्बर, बीसी पाटिल, बयराती बासवराज, एसटी सोमशेखर, के सुधाकर, एमटीबी नागराज, श्रीमंत पाटिल, रोशन बेग, आनंद सिंह और मुनिरत्ना
जेडीएस विधायक- ए एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा और के गोपालैया