अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। काजोल जल्द ही वीआइपी 2 में धनुष के साथ अभिनय करती नजर आने वाली हैं। काजोल कहती हैं कि उन्होंने तमिल भाषा या अन्य भाषाओं की फिल्में करने से तौबा इसलिए कर ली थी क्योंकि फिल्म सपने के दौरान काजोल को बहुत पढ़ाई करनी पड़ी थी।काजोल बताती हैं “मैं सपने के दौरान हर वक्त बस स्क्रिप्ट ही पढ़ती रह जाती थी। मुझे डायलॉग याद करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इतनी पढ़ाई तो मैंने दसवीें में नहीं की थी। इसलिए बाद मुझे लगा कि ना बाबा ब मैं किसी भी अन्य भाषा में काम नहीं करूंगी। यही वजह है कि आज तक मैंने मलयालम, बांग्ला या किसी भी गैर हिंदी भाषा की फिल्म में काम ही नहीं किया। मुझसे इतनी पढ़ाई नहीं हो सकती। हिंदी भाषा में मैं काफी सहज हूं तो इसी भाषा के लिए काम करने में मुझे लगा भलाई है।”काजोल कहती हैं कि लेकिन वीआइपी 2 के लिए धनुष ने उन्हें मना ही लिया। फिल्म का कांसेप्ट भी अच्छा था और फिल्म के संवाद भी सहज तरीके से लिखे गये थे। हालांकि काजोल कहती हैं कि पहले दिक्कत हुई लेकिन बाद में धनुष और सौंदर्य ने उन्हें काफी मदद की थी। धनुष ने काजोल से यही कहा था कि वह बाद में डब कर लेंगे। जब मैं पहले दिन सेट पर पहुंची तो मैंने पूछा कि इस तीन पेज की स्क्रिप्ट में मेरा सिर्फ नाम ही इंग्लिश में है, बाकी तो तमिल में ही लिखा गया है।फिर धनुष ने कहा कि आप करें, हो जायेगा। मैंने कोशिश की। पहले दिन हेडफोन लगा कर, पेपर लगा कर, व्हायस नोट पकड़ कर मैंने वीआइपी 2 के डायलॉग याद किये। मैं उस वक्त चेन्नई में थी। रात को नींद नहीं आ रही थी लेकिन तीसरे दिन से मैंने रिदिम पकड़ लिया और इसके बाद सब कुछ आसान हो गया। काजोल कहती हैं “धनुष ने लास्ट डे तीन पेज का डायलॉग थमा दिया। मेरा दिमाग फिर से चकराया कि पूरी पिक्चर में जितना बोला नहीं होगा, एक बार में उतना बोलवायेंगे ये। फिर सबने कहा कि आपको एक ही शॉट में इसे खत्म भी करना है। सभी ने इमोशनली ब्लैकमेल किया लेकिन मैंने कर दिया। ये बात हमेशा याद रखूंगी कि इस फिल्म का लास्ट शॉर्ट इतना लंबा था।”काजोल बताती हैं कि धनुष उनसे एक बात से दुखी हो गये थे कि जब उन्हें पता चला कि मैंने धनुष की एक भी फिल्म नहीं देखी है लेकिन काजोल कहती हैं कि मुझे लगा कि धनुष बेहतरीन एक्टर हैं। अच्छे राइटर भी हैं।