अजब-गजब
किन्नरों ने साड़ी में की मॉडलिंग, दुनिया हो गई दीवानी
क्या आपने कभी किन्नरों को मॉडलिंग करते हुए देखा है? अगर नहीं तो देखिए इन तस्वीरों में। ये किन्नर किसी भी मॉडल से कम नहीं हैं।
केरल की डिजायनर शर्मिला नायर ने अपने नए कलेक्शन के लिए किन्नरों को बतौर मॉडल लिया है। उनका यह विचार पूरी दुनिया में धूम मचा चुका है।
कलेक्शन का नाम है माझाविल, मलयामल के इस शब्द का अर्थ है रेनबो। घर में बधाई मांगने आने पर या ट्रेन में हम भारतीय तो इन किन्नरों को साडिय़ों में ही देखते आए हैं।
ट्रांसजेंडर गौरी सावित्री और माया मैनन नाम की जिन मॉडेल्स को चुना गया उन्हें डर था कि ये साडिय़ा बिकेंगी ही नहीं।
माया कहती है कि मेरे तो कई दोस्तों को भी नहीं पता कि मैं किन्न हूं लेकिन इस शूट की लोकप्रियता के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। मैं जो हूं वह बताने में मुझे अब संकोच नहीं होता और मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इतनी सुंदर भी लग सकती हूं।
इन साडिय़ों को दुनिया भर से प्रशंसा मिल रही हैं। यूके, फ्रांस, अरब देशों से तो ऑर्डर भी खूब मिले है। इनकी कीमत 1500 रुपए से 2,500 रुपए तक है।
इसका कुछ हद तक श्रेय केरल सरकार की नीतियों को भी जाता है जिसके तहत सन् 2015 से किन्नरों के हक सामान्य श्रेणी के बराबर करने की घाषणा थी। उन्हें पूरा हक है कि वे आजादी के साथ अभिव्यक्त हों और गरिमा के साथ अपना जीवन जी सकें।
फैशन डिजाइनर शर्मिला नायर का कहना है कि ये साडिय़ां कॉटन की हैं। इस कलेक्शन को तैयार करते हुए मुझे पता चला कि सोसायटी ने आज भी ट्रांसजेंडर्स को अपनाया नहीं है। समाज को इन्हें भी अपने परिवार जैसा अपनापन देना चाहिए।